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कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (MACS) की जी-20 बैठक: जी-20 के कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों की बैठक (मीटिंग ऑफ एग्रीकल्चरल चीफ साइंटिस्ट्स/MACS) 2023 का आयोजन भारत की जी-20 की अध्यक्षता 2023 के तहत किया गया था। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय समूह एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठन) के लिए भी कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) 2023 की जी-20 बैठक महत्वपूर्ण है।
कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की जी-20 बैठक चर्चा में क्यों है?
कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (मीटिंग ऑफ एग्रीकल्चरल चीफ साइंटिस्ट्स/MACS) की जी-20 बैठक वर्तमान में वाराणसी में हो रही है, जिसमें डिजिटल कृषि तथा धारणीय कृषि मूल्य श्रृंखलाओं के साथ-साथ कृषि अनुसंधान एवं विकास में सार्वजनिक-निजी भागीदारी जैसे विषयों पर चर्चा की जा रही है।
कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) 2023 की जी-20 बैठक
केंद्रीय नागरिक उड्डयन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी के सिंह (सेवानिवृत्त) ने कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की जी-20 बैठक के उद्घाटन की अध्यक्षता की।
- थीम: कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (MACS) की जी-20 बैठक “स्वस्थ लोगों एवं ग्रह के लिए सतत कृषि एवं खाद्य प्रणाली” (सस्टेनेबल एग्रीकल्चर एंड फूड सिस्टम्स फॉर हेल्दी पीपल एंड प्लेनेट) की थीम के साथ आयोजित की जा रही है।
- कार्यक्रम का आयोजन स्थल: कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (MACS) 2023 की जी-20 बैठक वाराणसी, उत्तर प्रदेश में आयोजित की जा रही है।
- भागीदारी: तीन दिवसीय बैठक में जी-20 सदस्य देशों के लगभग 80 विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के प्रतिनिधि, आमंत्रित अतिथि देश, अंतर्राष्ट्रीय संगठन एवं भारत द्वारा चयनित विशेष आमंत्रित सदस्य भाग ले रहे हैं।
जी-20 एमएसीएस 2023 में चर्चा के प्रमुख बिंदु
कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (MACS) 2023 की जी-20 बैठक में विचार-विमर्श निम्नलिखित बिंदुओं पर केंद्रित था-
- कृषि-खाद्य प्रणाली परिवर्तन के लिए नवाचार एवं तकनीकी अंतःक्षेप,
- खाद्य सुरक्षा एवं पोषण प्राप्त करने हेतु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में फ्रंटियर्स,
- पोषण मूल्य में वृद्धि करने हेतु खाद्य फसलों में जैव प्रबलन (बायोफोर्टिफिकेशन),
- पोषण तथा ब्लू विकास (ब्लू ग्रोथ ) के लिए उष्णकटिबंधीय समुद्री शैवाल की खेती,
- बाजरा एवं अन्य प्राचीन अनाज अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान पहल (मिलेट्स एंड अदर ग्रेन्स इंटरनेशनल रिसर्च इनीशिएटिव/MAHARISHI अथवा महर्षि),
- एकल स्वास्थ्य एक समेकित एवं एकीकृत दृष्टिकोण के रूप में: समन्वित कार्रवाई के लिए साझेदारी तथा रणनीतियाँ,
- सीमा पारीय (ट्रांस बाउंड्री) कीट एवं रोग: लोचशील कृषि-खाद्य प्रणालियों के लिए अनुसंधान एवं विकास प्राथमिकताएं,
- धारणीय कृषि-खाद्य प्रणालियों के लिए जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियां एवं नवाचार,
- प्रकृति-सकारात्मक कृषि: लोचशील कृषि-खाद्य प्रणाली के निर्माण के लिए विज्ञान एवं नवाचार,
- जैविक नाइट्रीकरण निषेध (बायोलॉजिकल नाइट्रिफिकेशन इनहिबिशन/बीएनआई): जीएचएस उत्सर्जन को कम करना तथा फसल के उत्पादन में वृद्धि करना।
बाजरा एवं अन्य प्राचीन अनाज अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान पहल (मिलेट्स एंड अदर ग्रेन्स इंटरनेशनल रिसर्च इनीशिएटिव/महर्षि)
बैठक में खाद्य सुरक्षा एवं पोषण, डिजिटल कृषि, लोचशील कृषि खाद्य प्रणाली तथा कृषि अनुसंधान एवं विकास में सार्वजनिक निजी भागीदारी के लिए कृषि अनुसंधान तथा विकास में सहयोग के प्रमुख क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने वाले अध्यक्ष सारांश सह परिणाम दस्तावेज़ को अपनाया गया।
- एमएसीएस 2023 ने भी महर्षि पहल को प्रारंभ करने का समर्थन किया, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ निम्नलिखित बिंदु सम्मिलित होंगे-
- अनुसंधान निष्कर्षों के प्रसार में वृद्धि करने तथा अनुसंधान अंतरालों एवं आवश्यकताओं की पहचान करने हेतु अभिनिर्धारित किए गए अनाज फसलों पर कार्य करने वाले शोधकर्ताओं एवं संस्थानों को जोड़ने के लिए तंत्र की स्थापना करना।
- अनुसंधान एवं सूचना साझा करने को प्रोत्साहित करने हेतु शोधकर्ताओं से जुड़ने, डेटा का आदान-प्रदान करने, संचार उत्पादों को साझा करने तथा विषयगत ब्रीफ के लिए वेब प्लेटफॉर्म स्थापित करना।
- क्षमता निर्माण गतिविधियों एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यशालाओं तथा सम्मेलनों का आयोजन करना।
- प्रदर्शन पहचान एवं वैज्ञानिकों को मान्यता प्रदान करना।
- महर्षि सचिवालय भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान ( इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मिलेट्स रिसर्च/आईआईएमआर), हैदराबाद में आईसीआरआईएसएटी, एक सीजीआईएआर केंद्रों तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के तकनीकी सहयोग से स्थापित किया जाएगा।
भारत की जी-20 की अध्यक्षता 2023
जी-20 की अध्यक्षता: भारत ने पहली बार, 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक 20 (जी-20) वर्ष भर चलने वाली अध्यक्षता ग्रहण की। भारत की जी-20 अध्यक्षता 2023 में भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन (जी-20 2023 शिखर सम्मेलन) के साथ समाप्त होगी।
- जी-20 अध्यक्षता 2023: भारत को वर्ष 2023 के लिए जी-20 की अध्यक्षता इंडोनेशिया से उत्तराधिकार में प्राप्त है जो कि जी-20 का विगत अध्यक्ष था।
- महत्व: जी-20 की अध्यक्षता भारत को अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का एक विशिष्ट अवसर प्रदान करती है।
- अपनी जी-20 अध्यक्षता के दौरान, भारत संपूर्ण देश में विभिन्न स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा।
- जी-20 की थीम: भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम “वसुधैव कुटुम्ब-कम” अथवा “वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” है।
- जी-20 का लोगो: जी-20 लोगो में कमल का प्रतीक इस समय में आशा का प्रतिनिधित्व करता है। परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हो, कमल फिर भी खिलता है।
- साझा समृद्धि जो अंतिम व्यक्ति तक पहुंचती है। यही कारण है कि जी-20 के लोगो में पृथ्वी को कमल पर स्थापित किया गया है।
कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की जी-20 बैठक के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (MACS) 2023 की जी-20 बैठक क्या है?
उत्तर. कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) 2023 की जी-20 बैठक एक उच्च स्तरीय बैठक है जो वैश्विक खाद्य सुरक्षा चुनौतियों एवं अवसरों पर चर्चा करने तथा कृषि अनुसंधान एवं विकास में सहयोग एवं समन्वय को प्रोत्साहित करने हेतु जी-20 देशों के कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों को एक साथ लाती है।
प्र. कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (MACS) 2023 की जी-20 बैठक में कौन शामिल होगा?
उत्तर. कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) 2023 की जी-20 बैठक में जी-20 देशों के कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, अनुसंधान संस्थानों तथा कृषि एवं खाद्य सुरक्षा से जुड़े निजी क्षेत्र के संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।


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