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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में 36वीं स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड मीटिंग 2023

स्टॉप टीवी पार्टनरशिप: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप एक वैश्विक स्वास्थ्य संगठन है जिसका उद्देश्य संपूर्ण विश्व में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में तपेदिक (ट्यूबरक्लोसिस/टीबी) को समाप्त करना है। स्टॉप टीबी पार्टनरशिप यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- लोगों के स्वास्थ्य एवं कल्याण को सुनिश्चित करने हेतु शासन उपाय; अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत के एक प्रतिभागी के रूप में अंतर्राष्ट्रीय समूह) के लिए भी महत्वपूर्ण है।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड चर्चा में क्यों है?

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के बोर्ड की 36वीं बैठक के दौरान, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण में टीबी को समाप्त करने के सहयोगी प्रयास में नेतृत्व की भूमिका निभाने  तथा इस निमित्त हेतु एक सशक्त आवाज के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है।

  • इसके साथ ही उन्होंने प्रभावी टीबी नियंत्रण रणनीतियों को विकसित करने एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में टीबी को समाप्त करने के वैश्विक प्रयास में योगदान देने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर कार्य करने के भारत के दृढ़ संकल्प पर भी प्रकाश डाला।
  • स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड की 36वीं बैठक 2023 में, “टीबी प्रभावित समुदायों एवं नागरिक समाज की जवाबदेही रिपोर्ट: घातक विभाजन को समाप्त करने की प्राथमिकताएं” (“अकाउंटेबिलिटी रिपोर्ट ऑफ टीवी अफेक्टेड कम्युनिटीज एंड सिविल सोसायटी: टू क्लोज द डेडली डिवाइड”) भी लॉन्च की गई।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप का प्रबंधन एक बोर्ड द्वारा किया जाता है जिसे दो स्थायी बोर्ड समितियों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है: कार्यकारी समिति एवं वित्त समिति। गवर्नेंस मैनुअल इन समितियों के उत्तरदायित्व, शक्तियों तथा कार्यों को परिभाषित करता है।

  • उद्देश्य: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप का बोर्ड निम्नलिखित का कार्यभार संभालता है-
    • मार्गदर्शन एवं नेतृत्व प्रदान करना, सहमत नीतियों, योजनाओं तथा साझेदारी की पहलों के निष्पादन की देखरेख करना, एवं
    • स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के विभिन्न घटकों के मध्य सामंजस्य सुनिश्चित करना।
  • दोहरी जिम्मेदारी: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड की दोहरी जिम्मेदारी है।
    • सर्वप्रथम, यह जागरूकता सृजित करने, रणनीति पर समझौते को सुविधाजनक बनाने एवं टीबी को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण रणनीतिक मामलों का अभिनिर्धारण करने हेतु वैश्विक टीबी समुदाय के प्रति जवाबदेह है।
    • दूसरा, यह सामरिक दिशा स्थापित करने, पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान करने  तथा बजट स्वीकृत करने के लिए सचिवालय के प्रति उत्तरदायी है।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप यूनाइटेड नेशंस ऑफिस फॉर प्रोजेक्ट सर्विसेज (यूएनओपीएस) की एक होस्टेड इकाई है। स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की स्थापना 2001 में हुई थी एवं इसकी मेजबानी जिनेवा, स्विट्जरलैंड में विश्व स्वास्थ्य संगठन (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन/डब्ल्यूएचओ) द्वारा की जाती है।

  • सचिवालय: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप का सचिवालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में अवस्थित है।
  • अधिदेश: इसके अधिदेश में तपेदिक (टीबी) को समाप्त करने की दिशा में वैश्विक पक्ष पोषण का नेतृत्व करने हेतु संपूर्ण विश्व के 1,600 सहयोगी संगठनों को एक साथ लाना शामिल है।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के क्रियाकलाप

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के क्रियाकलापों में शामिल हैं:

  • पक्ष पोषण तथा संसाधन जुटाना: साझेदारी टीबी नियंत्रण के लिए अधिक धन एवं राजनीतिक प्रतिबद्धता  का पक्ष पोषण करती है तथा रोगों एवं समुदायों पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता में वृद्धि करने हेतु कार्य करती है।
  • तकनीकी सहायता: साझेदारी प्रभावी टीबी नियंत्रण रणनीतियों को विकसित करने एवं लागू करने में सहायता करने के लिए देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करती है।
  • अनुसंधान एवं विकास: साझेदारी टीबी नियंत्रण के लिए नए उपकरणों एवं रणनीतियों के अनुसंधान तथा विकास का समर्थन करती है, जैसे कि नई दवाएं, निदान एवं टीके।
  • अनुश्रवण एवं मूल्यांकन: साझेदारी टीबी नियंत्रण में प्रगति की निगरानी करती है, टीबी मामलों एवं इससे होने वाली मौतों पर डेटा एकत्र करती है तथा टीबी नियंत्रण कार्यक्रमों के प्रभाव का मूल्यांकन करती है।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप का महत्व

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप, अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक संयुक्त प्रयास का प्रतिनिधित्व करता है जो संपूर्ण विश्व में टीबी के विरुद्ध लड़ाई में क्रांति ला रहा है। पार्टनरशिप इस दिशा में कार्य कर रही है-

  • समुदायों एवं प्रमुख आबादी को सशक्त बनाना,
  • टीबी प्रतिक्रिया में सामुदायिक प्रणालियों का संवर्धन करना तथा सामुदायिक नेतृत्व को प्रोत्साहित करना, एवं
  • यह सुनिश्चित करना कि प्रतिक्रियाएँ जन-केंद्रित, अधिकार-आधारित एवं लिंग के संदर्भ में परिवर्तनकारी हों।

तपेदिक (टीबी) के बारे में

तपेदिक अथवा क्षय रोग (ट्यूबरक्लोसिस/टीबी) एक संक्रामक रोग है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु के कारण होता है। यह रोग तब प्रसारित होता है जब टीबी से पीड़ित व्यक्ति विशेष रूप से खांसी के माध्यम से बैक्टीरिया को हवा में बाहर निकाल देते हैं।

  • जबकि टीबी ज्यादातर फेफड़ों (फुफ्फुसीय टीबी) को प्रभावित करती है, यह शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकती है।
  • वयस्कों में टीबी के अधिकांश मामले होते हैं, जिनमें महिलाओं की तुलना में अधिक पुरुष प्रभावित होते हैं।  विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या टीबी से संक्रमित है।
  • टीबी एक संचारी रोग है जो वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है, यह संपूर्ण विश्व में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है।
  • कोविड-19 महामारी से पूर्व, एचआईवी/एड्स को पीछे छोड़ते हुए, टीबी एक संक्रामक तारक के कारण मृत्यु का शीर्ष कारण था।

भारत में तपेदिक के विरुद्ध लड़ाई, सरकार द्वारा उठाए गए कदम

जैसा कि भारत सतत विकास लक्ष्यों (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स/एसडीजी) का हस्ताक्षरकर्ता है, हमारे राष्ट्रीय विकास एजेंडा को जमीनी स्तर से टीबी के उन्मूलन के लिए संरेखित किया गया है।

2025 तक टीबी को समाप्त करना

2025 तक टीबी को समाप्त करने की परिकल्पना शून्य मृत्यु एवं शून्य टीबी रोग के साथ टीबी मुक्त भारत बनाने की है। ‘2025 तक टीबी उन्मूलन’ के तहत टीबी को समाप्त करने की समय-सीमा 2030 के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की समय-सीमा से पूर्व की है।

टीबी मुक्त भारत अभियान

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान टीबी उपचार प्राप्त करने वाले व्यक्तियों का समर्थन करने एवं टीबी को  समाप्त करने की दिशा में भारत की प्रगति में तेजी लाने हेतु समस्त सामुदायिक हितधारकों को एकजुट करने के लिए बनाया गया एक कार्यक्रम है।

  • प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का प्राथमिक उद्देश्य 2025 तक भारत से टीबी को समाप्त करने के मिशन को नवीनीकृत करना है।
  • इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, पहल व्यक्तियों, संगठनों, निगमों, सहकारी समितियों, निर्वाचित अधिकारियों एवं गैर सरकारी संगठनों सहित विभिन्न समूहों से भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
  • ये समूह कार्यक्रम के एक भाग के रूप में टीबी से ग्रस्त व्यक्तियों को स्वीकार कर सहायता प्रदान कर सकते हैं।

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (नेशनल टीवी इरेडिकेशन प्रोग्राम/एनटीईपी)

भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (नेशनल हेल्थ मिशन/एनएचएम) के एक भाग के रूप में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (नेशनल टीवी इरेडिकेशन प्रोग्राम/एनटीईपी) की स्थापना की है। कार्यक्रम ने 2025 तक टीबी से संबंधित सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से एक राष्ट्रीय रणनीतिक योजना को अपनाया है, जो वैश्विक लक्ष्यों से पांच वर्ष पूर्व है। राष्ट्रीय सामरिक योजना के उद्देश्यों में शामिल हैं-

  • टीबी रोगियों का शीघ्र निदान,
  • गुणवत्ता-सुनिश्चित दवाओं एवं उपचार के नियमों के साथ शीघ्र उपचार,
  • निजी क्षेत्र में देखभाल चाहने वाले मरीजों के साथ जुड़ाव,
  • उच्च जोखिम अथवा संवेदनशील आबादी में सक्रिय मामले का पता लगाने एवं संपर्क का पता लगाने, वायु जनित संक्रमण नियंत्रण एवं जैसी रोकथाम रणनीतियां
  • सामाजिक निर्धारकों को संबोधित करने के लिए एक बहु-क्षेत्रीय प्रतिक्रिया।

टीबी समाप्त करने के लिए लिंग आधारित दृष्टिकोण

टीबी को समाप्त करने हेतु एक लैंगिक दृष्टिकोण: हमें टीबी को समाप्त करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए- जिसमें लिंग-संवेदनशील तथा लिंग-विशिष्ट अंतःक्षेपों की ओर परिवर्तन सम्मिलित है।

  • लिंग-प्रतिक्रियाशील टीबी देखभाल: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सम्मेलनों की एक श्रृंखला के माध्यम से इसके बारे में जागरूकता प्रसारित की जा रही है।

सी-टीबी‘, भारत निर्मित टीबी परीक्षण (मेड इन इंडिया टीबी टेस्ट)

“सी-टीबी” भारत में निर्मित नए अनुमोदित टीबी संक्रमण त्वचा परीक्षण को संदर्भित करता है। भारत ने “सी-टीबी” नामक एक नए टीबी संक्रमण त्वचा परीक्षण को अपनी स्वीकृति प्रदान की है, जो भारत में निर्मित है। यह लागत प्रभावी उपकरण न केवल भारत बल्कि टीबी के उच्च भार वाले अन्य देशों को भी लाभान्वित करेगा।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र. स्टॉप टीबी पार्टनरशिप क्या है?

उत्तर: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप एक वैश्विक स्वास्थ्य संगठन है जो संपूर्ण विश्व में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में तपेदिक (टीबी) को समाप्त करने हेतु समर्पित है।

प्र. स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की स्थापना कब की गई थी?

उत्तर: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की स्थापना 2001 में हुई थी।

प्र. स्टॉप टीबी पार्टनरशिप कहाँ अवस्थित है?

उत्तर: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप जिनेवा, स्विट्जरलैंड में अवस्थित है।

प्र. स्टॉप टीबी पार्टनरशिप का लक्ष्य क्या है?

उत्तर: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप का लक्ष्य संपूर्ण विश्व में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में टीबी को समाप्त करना है।

प्र. स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के भागीदार कौन हैं?

उत्तर: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप के संपूर्ण विश्व में 1,600 से अधिक भागीदार संगठन हैं, जिनमें सरकारें, नागरिक समाज संगठन, अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां ​​तथा निजी क्षेत्र शामिल हैं।

प्र. स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की मुख्य गतिविधियां क्या हैं?

उत्तर: स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की मुख्य गतिविधियों में पक्ष पोषण तथा संचार, संसाधन जुटाना, तकनीकी सहायता एवं क्षमता निर्माण शामिल हैं।

 

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FAQs

What is the Stop TB Partnership?

The Stop TB Partnership is a global health organization dedicated to eliminating tuberculosis (TB) as a public health problem worldwide.

When was the Stop TB Partnership founded?

The Stop TB Partnership was founded in 2001.

Where is the Stop TB Partnership based?

The Stop TB Partnership is based in Geneva, Switzerland.

What is the goal of the Stop TB Partnership?

The goal of the Stop TB Partnership is to eliminate TB as a public health problem worldwide.

Who are the partners of the Stop TB Partnership?

The Stop TB Partnership has over 1,600 partner organizations around the world, including governments, civil society organizations, international agencies, and the private sector.

What are the core activities of the Stop TB Partnership?

The core activities of the Stop TB Partnership include advocacy and communication, resource mobilization, technical assistance, and capacity building.

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