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रामकृष्ण मिशन का ‘जागृति‘ कार्यक्रम- यूपीएससी परीक्षा
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां
- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
रामकृष्ण मिशन का ‘जागृति‘ कार्यक्रम
- हाल ही में, केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली से पांचवीं कक्षा के छात्रों के लिए रामकृष्ण मिशन के ‘जागृति’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
- उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ( नेशनल एजुकेशन पॉलिसी/एनईपी) 2020 स्वामी विवेकानंद के दर्शन से गहराई से प्रेरित है एवं हमें कक्षा एक से आठवीं के लिए कार्यक्रम बनाने के अतिरिक्त 9वीं से 12वीं के लिए इस तरह के मूल्य-आधारित शैक्षिक कार्यक्रम बनाने पर बल देना चाहिए।
- मंत्री ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन/सीबीएसई) से जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार रहने एवं राष्ट्रीय प्रगति तथा वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध प्रतिभा पूल निर्मित करने हेतु बाल वाटिका से बारहवीं कक्षा तक सभी विद्यालयों में मूल्य-आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करने हेतु एक सलाहकार ढांचा स्थापित करने का आह्वान किया।
रामकृष्ण मिशन के जागृति कार्यक्रम की पृष्ठभूमि
- रामकृष्ण मिशन, दिल्ली शाखा, 2014 से, मध्य विद्यालय के छात्रों के लिए जागृत नागरिक कार्यक्रम (अवेकन्ड सिटीजन प्रोग्राम/एसीपी) का सफलतापूर्वक संचालन कर रही है।
- लगभग 6,000 विद्यालय (केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, सरकारी तथा निजी विद्यालय) जिनमें 55,000 शिक्षक एवं 12 लाख छात्र शामिल हैं, एसीपी के तहत लाभान्वित हुए हैं।
- ‘जागृति’ नामक एक कार्यक्रम जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 से निकटता से जुड़ा हुआ है, को 126 विद्यालयों में डिजाइन तथा संचालित किया गया है।
- कोविड महामारी के दौरान, इस प्रायोगिक कार्यक्रम ने संघर्षरत शिक्षकों, अभिभावकों तथा छात्रों को बहुत सांत्वना दी, जैसा कि प्रतिभागियों से प्राप्त उत्साहजनक प्रतिक्रिया में दर्शाया गया है।
- सफलतापूर्वक संचालन के पश्चात, सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम “जागृति” का शुभारंभ किया गया था।
रामकृष्ण मिशन का ‘जागृति‘ कार्यक्रम
- रामकृष्ण मिशन के ‘जागृति‘ कार्यक्रम के बारे में: यह ‘जागृति’ कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 के दर्शन के अनुरूप एक बच्चे के समग्र व्यक्तित्व विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक पहल है।
- अधिदेश: रामकृष्ण मिशन के ‘जागृति’ कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को “आत्माश्रद्धा/ATMASHRADDHA” (आत्म-सम्मान) निर्मित करने तथा जिम्मेदार विकल्प बनाने में सक्षम बनाना है।
- रामकृष्ण मिशन का ‘जागृति’ कार्यक्रम उन्हें जीवन की सभी समस्याओं का समाधान खोजने में सहायता करता है।
- महत्व: रामकृष्ण मिशन की ‘जागृति’ पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के दर्शन के अनुरूप एक बच्चे के समग्र व्यक्तित्व विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है।
रामकृष्ण मिशन
- आरंभ: स्वामी विवेकानंद ने 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी।
- उद्देश्य: रामकृष्ण मिशन के माध्यम से, स्वामी विवेकानंद ने श्रेष्ठतम विचारों को सर्वाधिक निर्धन एवं वंचित व्यक्तियों के दरवाजे तक लाने का लक्ष्य रखा।
- प्रमुख भूमिका: रामकृष्ण मिशन मूल्य आधारित शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, युवा एवं आदिवासी कल्याण तथा राहत एवं पुनर्वास के क्षेत्र में कार्य करता है।