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पूर्वोत्तर भारत भारत का एक क्षेत्र है जिसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम एवं त्रिपुरा के आठ राज्य शामिल हैं। यह क्षेत्र भूटान, चीन, म्यांमार एवं बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करता है तथा अपनी विविध जातीय एवं सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ अपनी लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। अपने आश्चर्यजनक परिदृश्यों, जीवंत त्योहारों एवं स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ, पूर्वोत्तर भारत उन पर्यटकों के लिए एक तेजी से लोकप्रिय गंतव्य बन गया है जो भारत में एक अनोखे अनुभव की तलाश में हैं।
हालांकि, इसके अनेक आकर्षणों के बावजूद, यह क्षेत्र अपेक्षाकृत अनन्वेषित बना हुआ है, जो इसे कुछ नया खोजने की चाह रखने वाले यात्रियों के लिए एक छिपा हुआ रत्न बनाता है।
भारत के मानचित्र पर पूर्वोत्तर क्षेत्र
भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र बांग्लादेश के पूर्व एवं म्यांमार के उत्तर में अवस्थित है तथा बांग्लादेश एवं भूटान के बीच भूमि की एक संकीर्ण पट्टी द्वारा शेष भारत से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र मुख्य रूप से पहाड़ी है, उत्तर में हिमालय एवं दक्षिण में पटकाई पर्वत श्रेणी है एवं इसके हरे-भरे जंगलों, सुंदर घाटियों एवं कई नदियों की विशेषता के कारण जाना जाता है। यह क्षेत्र काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान सहित अनेक राष्ट्रीय उद्यानों एवं वन्य जीव अभ्यारण्यों का भी घर है, जो अपने एक सींग वाले गैंडों के लिए प्रसिद्ध है। पूर्वोत्तर क्षेत्र के विविध भूगोल ने भी क्षेत्र की अनूठी संस्कृति एवं रीति-रिवाजों में योगदान दिया है।
पूर्वोत्तर भारत: जातीय विविधता एवं सांस्कृतिक विरासत
पूर्वोत्तर भारत अपनी विविधतापूर्ण आबादी के लिए जाना जाता है, जो 200 से अधिक विभिन्न जातीय समूहों से बना है, प्रत्येक की अपनी अलग संस्कृति एवं परंपराएं हैं। इस क्षेत्र के कुछ प्रमुख जातीय समूहों में असमिया, बोडो, नागा, मिजो, खासी, गारो एवं अरुणाचल शामिल हैं। पूर्वोत्तर भारत के लोग अपने आतिथ्य एवं आगंतुकों के प्रति मित्र भाव के लिए जाने जाते हैं एवं उनमें से कई अभी भी पारंपरिक रीति-रिवाजों एवं विश्वासों का पालन करते हैं जो पीढ़ियों से चले आ रहे हैं।
यह क्षेत्र अनेक स्वदेशी समुदायों का भी घर है जो भारत के अन्य हिस्सों में तेजी से आधुनिकीकरण के बावजूद अपने जीवन के तरीके को संरक्षित करने में कामयाब रहे हैं। इन समुदायों में अरुणाचल प्रदेश के अपातानी शामिल हैं, जो कृषि के एक विशिष्ट रूप का अभ्यास करते हैं जिसमें सीढ़ीदार खेतों पर चावल की खेती करना शामिल है एवं मेघालय के खासी लोग, जो एक मातृसत्तात्मक समाज का पालन करते हैं जहां महिलाओं को विरासत में संपत्ति प्राप्त होती है तथा निर्णय लेने में उनकी केंद्रीय भूमिका होती है।
पूर्वोत्तर भारत में दर्शनीय स्थान
पूर्वोत्तर भारत प्राकृतिक सुंदरता एवं सांस्कृतिक विरासत का खजाना है एवं इस क्षेत्र में ऐसे कई स्थान हैं जो देखने लायक हैं। पूर्वोत्तर भारत के कुछ शीर्ष पर्यटन स्थलों में शामिल हैं:
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम: यह यूनेस्को विश्व विरासत स्थल लुप्तप्राय एक सींग वाले गैंडों का घर है एवं भारत में सर्वाधिक लोकप्रिय वन्यजीव स्थलों में से एक है।
माजुली, असम: ब्रह्मपुत्र नदी पर स्थित, माजुली विश्व का सर्वाधिक वृहद नदी द्वीप है एवं अपनी विशिष्ट संस्कृति तथा परंपराओं के लिए जाना जाता है।
शिलांग, मेघालय: मेघालय की राजधानी एक सुरम्य हिल स्टेशन है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, झरनों एवं जीवंत संगीत दृश्य के लिए जाना जाता है।
तवांग, अरुणाचल प्रदेश: यह दूरस्थ शहर 10,000 फीट की ऊंचाई पर अवस्थित है एवं भारत में सबसे बड़े बौद्ध मठों में से एक, प्रसिद्ध तवांग मठ का घर है।
इंफाल, मणिपुर: मणिपुर की राजधानी अपने समृद्ध इतिहास एवं संस्कृति के लिए जानी जाती है तथा यह अनेक प्राचीन मंदिरों एवं पुरातात्विक स्थलों का घर है।
आइजोल, मिजोरम: मिजोरम की राजधानी एक पहाड़ी की चोटी पर अवस्थित है एवं अपनी प्राकृतिक सुंदरता, जीवंत संस्कृति तथा स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए जानी जाती है।
सोमगो झील, सिक्किम: 12,400 फीट की ऊंचाई पर अवस्थित यह हिमाच्छादित झील एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है एवं बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरी हुई है।
ये पूर्वोत्तर भारत में यात्रा करने के लिए अनेक अद्भुत स्थानों में से कुछ हैं, प्रत्येक क्षेत्र की समृद्ध विरासत एवं प्राकृतिक सुंदरता की अनूठी झलक पेश करता है।
पूर्वोत्तर भारत में हवाई अड्डे: संपर्क तथा स्थान
पूर्वोत्तर भारत क्षेत्र में स्थित विभिन्न हवाई अड्डों के माध्यम से देश तथा दुनिया के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख हवाई अड्डों में शामिल हैं:
लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, गुवाहाटी: यह पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है एवं असम की राजधानी गुवाहाटी में अवस्थित है। यह कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, बैंकॉक एवं पारो (भूटान) सहित अनेक घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
बिरसा मुंडा हवाई अड्डा, रांची: हालांकि पड़ोसी राज्य झारखंड में स्थित, बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण हवाई अड्डा है एवं कोलकाता, दिल्ली तथा मुंबई सहित क्षेत्र के कई गंतव्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
अगरतला एयरपोर्ट, त्रिपुरा: त्रिपुरा की राजधानी शहर में अवस्थित, अगरतला हवाई अड्डा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण हवाई अड्डा है एवं कोलकाता, गुवाहाटी तथा दिल्ली सहित कई घरेलू गंतव्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
इंफाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मणिपुर: यह हवाई अड्डा मणिपुर की राजधानी इंफाल में अवस्थित है तथा कोलकाता एवं गुवाहाटी सहित कई घरेलू गंतव्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
लेंगपुई हवाई अड्डा, मिजोरम: यह हवाई अड्डा मिजोरम की राजधानी आइजोल में अवस्थित है एवं कोलकाता तथा गुवाहाटी सहित कई घरेलू गंतव्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
पूर्वोत्तर भारत में कितने राज्य हैं
पूर्वोत्तर भारत में आठ राज्य हैं: अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम एवं त्रिपुरा।
यहां प्रत्येक राज्य के बारे में कुछ संक्षिप्त जानकारी दी गई है:
अरुणाचल प्रदेश: यह राज्य भारत के पूर्वी भाग में स्थित है एवं अपनी प्राकृतिक सुंदरता, वन्य जीवन तथा विविध जनजातीय संस्कृतियों के लिए जाना जाता है। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर है।
असम: असम उत्तर पूर्व भारत का सबसे बड़ा एवं सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। यह अपने चाय बागानों, वन्य जीव अभ्यारण्य एवं ऐतिहासिक स्मारकों के लिए जाना जाता है। असम की राजधानी दिसपुर है।
मणिपुर: मणिपुर एक छोटा सा राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता एवं युद्धक कला (मार्शल आर्ट) के लिए जाना जाता है। राज्य का एक समृद्ध इतिहास है एवं यह कई प्राचीन मंदिरों तथा पुरातात्विक स्थलों का घर है। मणिपुर की राजधानी इंफाल है।
मेघालय: मेघालय एक पहाड़ी राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यह अनेक स्थानिक जनजातियों का घर है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी भाषा एवं रीति-रिवाज हैं। मेघालय की राजधानी शिलांग है।
मिजोरम: मिजोरम एक छोटा सा राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, अनूठी संस्कृति एवं हस्तशिल्प के लिए जाना जाता है। राज्य में उच्च साक्षरता दर है तथा यह भारत के सर्वाधिक शांतिपूर्ण राज्यों में से एक है। मिजोरम की राजधानी आइजोल है।
नागालैंड: नागालैंड एक ऐसा राज्य है जो अपनी अनूठी आदिवासी संस्कृति, हस्तशिल्प एवं त्योहारों के लिए जाना जाता है। राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता तथा जैव विविधता के लिए भी जाना जाता है। नागालैंड की राजधानी कोहिमा है।
सिक्किम: सिक्किम एक छोटा सा राज्य है जो अपने विलक्षण परिदृश्य, जैव विविधता एवं सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। यह भारत में न्यूनतम आबादी वाला राज्य है एवं अनेक स्थानिक समुदायों का घर है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक है।
त्रिपुरा: त्रिपुरा भारत के पूर्वोत्तर कोने में स्थित एक छोटा सा राज्य है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, वन्य जीवन एवं विशिष्ट जनजातीय संस्कृति के लिए जाना जाता है। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला है।
पूर्वोत्तर भारत के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत क्या है?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारत भारत का एक क्षेत्र है जिसमें आठ राज्य: अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम एवं त्रिपुरा शामिल हैं। यह भारत के पूर्वी भाग में स्थित है एवं इसकी सीमा भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार और चीन से लगती है।
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति कैसी है?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता एवं अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र के प्रत्येक राज्य की अपनी अलग संस्कृति तथा परंपराएं हैं, जिनमें संगीत, नृत्य, व्यंजन एवं त्योहार शामिल हैं। यह क्षेत्र विभिन्न नृजातीय समूहों एवं जनजातियों का भी घर है, जिनमें से कई की अपनी भाषाएं तथा रीति-रिवाज हैं।
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत में कुछ लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण कौन से हैं?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारत में असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान सहित अनेक लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं, जो एक सींग वाले भारतीय गैंडों का घर है। अन्य लोकप्रिय आकर्षणों में अरुणाचल प्रदेश में तवांग मठ, मेघालय में लिविंग रूट ब्रिज एवं नागालैंड में जुको घाटी शामिल हैं। यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है, जिसमें इसके अनेक जलप्रपात (झरने), पहाड़ तथा नदियाँ शामिल हैं।
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत में जलवायु कैसी है?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारत में जलवायु राज्य एवं मौसम के आधार पर भिन्न होती है। आम तौर पर, इस क्षेत्र में वर्ष भर उच्च वर्षा के साथ आर्द्र उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु का अनुभव होता है। ग्रीष्मकाल आमतौर पर गर्म एवं आर्द्र होता है, जबकि शीत ऋतु, विशेषकर अधिक ऊँचाई पर सर्द हो सकती हैं।
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत में कुछ प्रमुख उद्योग कौन से हैं?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारत में कृषि एक प्रमुख उद्योग है, जिसमें चावल, चाय एवं मसाले सर्वाधिक महत्वपूर्ण फसलें हैं। इस क्षेत्र में तेल, प्राकृतिक गैस एवं कोयले के महत्वपूर्ण भंडार हैं तथा कुछ राज्यों में खनन एक महत्वपूर्ण उद्योग है। पर्यटन भी इस क्षेत्र में एक बढ़ता हुआ उद्योग है।
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत के समक्ष उपस्थित होने वाली कुछ चुनौतियाँ क्या हैं?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारत कई चुनौतियों का सामना करता है, जिनमें आधारिक अवसंरचना विकास, कनेक्टिविटी की कमी एवं कुछ क्षेत्रों में उग्रवाद के मुद्दे शामिल हैं। यह क्षेत्र निरंतर बाढ़ एवं भूस्खलन का भी अनुभव करता है, जो आधारिक अवसंरचना को महत्वपूर्ण हानि पहुंचा सकता है एवं दैनिक जीवन को बाधित कर सकता है। हालांकि, सरकार इन मुद्दों को हल करने एवं क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहित करने हेतु कार्य कर रही है।
प्रश्न. पूर्वोत्तर भारत का व्यंजन कैसा है?
उत्तर. पूर्वोत्तर भारतीय व्यंजन ताजी जड़ी-बूटियों एवं मसालों के उपयोग के साथ-साथ बांस की टहनियों तथा किण्वित खाद्य पदार्थों के उपयोग के लिए जाने जाते हैं। लोकप्रिय व्यंजनों में मोमोज (पकौड़ी), थुक्पा (नूडल सूप) एवं पोर्क तथा मछली जैसे विभिन्न मांस व्यंजन शामिल हैं। चाय भी इस क्षेत्र की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, एवं असम की चाय पूरे भारत तथा संपूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है।