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जी-20 विदेश मंत्रियों की भारत में बैठक 2023, आयोजन स्थल, आयोजन तिथि एवं निष्कर्ष

जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक: जी-20 की भारत की अध्यक्षता के तहत जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक  विभिन्न महत्वपूर्ण समकालीन वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक महत्वपूर्ण विचार-विमर्श मंच है। जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक 2023 यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध एवं अंतर्राष्ट्रीय समूह जैसे जी-20, आसियान, इत्यादि) के लिए भी महत्वपूर्ण है।

जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक चर्चा में क्यों है?

जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक को हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया था। उन्होंने रेखांकित किया कि भारत ने अपनी जी-20 अध्यक्षता के लिए ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ (वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर) का थीम क्यों चुना।

  • उन्होंने समझाया कि यह उद्देश्य की एकता के साथ-साथ कार्रवाई की एकता की आवश्यकता का संकेत देता है।
  • उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आज की बैठक आम एवं ठोस उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक साथ आने की भावना को दर्शाएगी।

जी-20 के विदेश मंत्रियों की भारत में बैठक 

जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक भारत की जी-20 की अध्यक्षता 2023 के तहत 1-2 मार्च 2023 को नई दिल्ली में हुई। भारत की जी-20 की अध्यक्षता के तहत जी-20  के विदेश मंत्रियों की बैठक में, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ – ‘एक पृथ्वी, एक परिवार,एक भविष्य’ (वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर) की थीम के साथ जी-20 विदेश मंत्रियों ने वर्तमान वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया।

जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक 2023

जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक जी-20 सदस्य देशों की सर्वाधिक महत्वपूर्ण सभाओं में से एक है। इसके महत्व में, इसे केवल जी-20 के नेताओं की बैठक के पश्चात दूसरी महत्वपूर्ण बैठक माना जाता है।

  • भागीदारी: बैठक में 13 अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित कुल मिलाकर 40 प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया।
    • विदेश मंत्रियों के स्तर पर भाग लेने वाले नौ अतिथि देश बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन एवं संयुक्त अरब अमीरात थे।
    • नई दिल्ली में जी 20 विदेश मंत्रियों की बैठक किसी भी जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत आयोजित इस तरह की सबसे बड़ी सभा थी।
  • समय: जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक 1 और 2 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में संपन्न हुई।
  • केंद्र बिंदु के क्षेत्र: उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं पर फोकस किया
    • बहुपक्षवाद को मजबूत करना,
    • खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा,
    • महत्वाकांक्षी जलवायु एवं पर्यावरणीय कार्रवाई,
    • सतत विकास, आतंकवाद का मुकाबला, मादक द्रव्यों का मुकाबला, वैश्विक स्वास्थ्य, वैश्विक प्रतिभा पूल, मानवीय सहायता एवं आपदा जोखिम में कमी के संदर्भ में गहन सहयोग के साथ-साथ
    • लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तिकरण।

जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक स्थल

जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक 2023 नई दिल्ली, भारत में आयोजित की गई थी। भारत द्वारा आमंत्रित गैर-जी-20 सदस्यों सहित 40 देशों के प्रतिनिधि एवं बहुपक्षीय संगठन भाग लेंगे।

जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक के परिणाम

जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक के परिणाम दस्तावेज़ विकासशील देशों एवं वैश्विक दक्षिण की चिंताओं को प्रदर्शित करते हैं तथा जी-20 देश आतंकवाद एवं विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखलाओं सहित वैश्विक महत्व के अन्य मुद्दों पर बात कर रहे हैं।

  • जी-20 देशों ने आतंकवाद के सभी रूपों एवं अभिव्यक्तियों की निंदा की क्योंकि उन्होंने आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नवीन तथा उदीयमान प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग से बढ़ते खतरे को नोट किया एवं एक अधिक समावेशी तथा पुनर्जीवन बहुपक्षवाद एवं सुधार के लिए आवाज उठाई।
  • बैठक में बाली की नेतृत्व घोषणा को स्मरण किया गया जहां नेताओं ने पुष्टि की थी कि नियमों पर आधारित, गैर-भेदभावपूर्ण, मुक्त, निष्पक्ष, खुला, समावेशी, न्यायसंगत, धारणीय एवं पारदर्शी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली, जिसके केंद्र में डब्ल्यूटीओ है, आगे बढ़ने हेतु एक खुली और परस्पर संबंधित विश्व में समावेशी विकास, नवाचार, रोजगार सृजन एवं सतत विकास के हमारे साझा उद्देश्यों के साथ-साथ कोविड-19 एवं वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान के कारण दबाव में वैश्विक अर्थव्यवस्था की लोचशीलता तथा पुनर्प्राप्ति का समर्थन करने के लिए अपरिहार्य है।
  • जी-20 विदेश मंत्री बैठक परिणाम दस्तावेज में कहा गया है कि जी-20 देश मौजूदा संघर्षों एवं तनावों से वैश्विक खाद्य सुरक्षा की चुनौतियों के प्रति अत्यधिक चिंतित हैं।
  • उर्वरकों सहित खाद्य एवं कृषि उत्पादों दोनों की आपूर्ति श्रृंखलाओं को विश्वसनीय, खुला एवं पारदर्शी रखा जाना चाहिए।
  • वे कृषि जैव विविधता, खाद्य हानि एवं बर्बादी को कम करने, मृदा के स्वास्थ्य में सुधार, जलवायु- लोचशील तथा सतत कृषि, स्थानीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों को जोड़ने तथा कृषि बाजार सूचना प्रणाली (एग्रीकल्चर मार्केट इनफॉरमेशन सिस्टम/एएमआईएस) को सुदृढ़ करने साथ ही साथ स्वस्थ आहार एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थों को प्रोत्साहित करने जैसे क्षेत्रों में सहयोग में वृद्धि करने हेतु भी सहमत हुए।
  • जलवायु परिवर्तन एवं जैव विविधता पर, विदेश मंत्रियों ने पेरिस समझौते तथा इसके तापमान लक्ष्य के पूर्ण एवं प्रभावी कार्यान्वयन को मजबूत करके जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए यूएनएफसीसीसी के उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने नेताओं की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
    • ये विभिन्न राष्ट्रीय परिस्थितियों के आलोक में इक्विटी एवं सामान्य किंतु विभेदित उत्तरदायित्व तथा संबंधित क्षमताओं के सिद्धांत को दर्शाएंगे।

जी-20 की भारत की अध्यक्षता

  • जी-20 अध्यक्षता: भारत ने पहली बार, 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक 20 (जी-20) वर्ष भर चलने वाली अध्यक्षता ग्रहण की।
    • भारत की जी-20 अध्यक्षता 2023 में भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन (जी-20 2023 शिखर सम्मेलन) के साथ समाप्त होगी।
  • जी-20 अध्यक्षता 2023: भारत को वर्ष 2023 के लिए जी-20 की अध्यक्षता इंडोनेशिया से उत्तराधिकार में प्राप्त है जो कि जी-20 का विगत अध्यक्ष था।
  • महत्व: जी-20 की अध्यक्षता भारत को अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का एक  विशिष्ट अवसर प्रदान करती है।
    • अपनी जी-20 अध्यक्षता के दौरान, भारत संपूर्ण देश में विभिन्न स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा।
  • जी-20 की थीम: भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम “वसुधैव कुटुम्ब-कम” अथवा “वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” है।
  • जी-20  का लोगो: जी-20 लोगो में कमल का प्रतीक इस समय में आशा का प्रतिनिधित्व करता है। परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हो, कमल फिर भी खिलता है।
    • साझा समृद्धि जो अंतिम व्यक्ति तक पहुंचती है। यही कारण है कि जी-20 के लोगो में पृथ्वी को कमल पर स्थापित किया गया है।

 

जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन स्थल क्या था?

उत्तर. जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक 2023 1 और 2 मार्च 2023 को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।

  1. जी-20 विदेश मंत्रियों की भारत बैठक में किन-किन लोगों ने भाग लिया?

उत्तर. बैठक में 13 अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित कुल मिलाकर 40 प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया। विदेश मंत्रियों के स्तर पर भाग लेने वाले नौ अतिथि देश बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन एवं संयुक्त अरब अमीरात थे।

  1. भारत की जी-20 की अध्यक्षता के तहत जी-20 थीम क्या है?

उत्तर. भारत की जी-20 की अध्यक्षता की थीम “वसुधैव कुटुम्ब-कम” या “वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” है।

  1. जी-20 इंडिया का लोगो क्या है?

उत्तर. जी-20 के लोगो में कमल का प्रतीक इस समय में आशा का प्रतिनिधित्व करता है। परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हो, कमल फिर भी खिलता है।

 

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FAQs

What was the G20 Foreign Ministers Meeting Venue?

G20 Foreign Ministers Meeting 2023 was held on 1st and 2nd March 2023 in New Delhi.

Who all participated in the G20 Foreign Ministers Meeting India?

Overall 40 delegations, including of 13 international organisations, participated in the meeting. Nine guest countries participating at the level of Foreign Ministers were Bangladesh, Egypt, Mauritius, Netherlands, Nigeria, Oman, Singapore, Spain and the United Arab Emirates.

What is G20 Theme under India’s G20 Presidency?

India’s G20 Presidency Theme is “Vasudhaiva Kutumba-kam” or “One Earth One Family One Future”.

What is G20 India logo?

The symbol of the lotus in the G20 logo is a representation of hope in this time. No matter how adverse the circumstances, the lotus still blooms.

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