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द हिंदू संपादकीय विश्लेषण: यूपीएससी एवं अन्य राज्य पीएससी परीक्षाओं के लिए प्रासंगिक विभिन्न अवधारणाओं को सरल बनाने के उद्देश्य से द हिंदू अखबारों के संपादकीय लेखों का संपादकीय विश्लेषण। संपादकीय विश्लेषण ज्ञान के आधार का विस्तार करने के साथ-साथ मुख्य परीक्षा हेतु बेहतर गुणवत्ता वाले उत्तरों को तैयार करने में सहायता करता है। आज के हिंदू संपादकीय विश्लेषण ने हाल ही में दुनिया के विभिन्न देशों के मध्य हथियारों के व्यापार पर स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट 2023 जारी की है।
हथियारों के व्यापार पर सिपरी की रिपोर्ट चर्चा में क्यों है?
हथियारों के व्यापार (आर्म्स ट्रेड) पर हाल ही में जारी SIPRI रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोपीय देशों ने 2013-17 एवं 2018-2022 के मध्य प्रमुख हथियारों के अपने आयात में 47% की वृद्धि की है। यह वृद्धि महत्वपूर्ण है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय हथियारों के हस्तांतरण की वैश्विक मात्रा में 5.1% की गिरावट आई है।
यूरोपीय देशों द्वारा बढ़े हुए आयात के कारण
2013-17 एवं 2018-2022 के मध्य हथियारों के आयात में 65% की वृद्धि हुई थी, यदि हम केवल उन यूरोपीय राज्यों को शामिल करते हैं जो अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन का हिस्सा हैं।
- हथियारों के बढ़ते आयात का प्रमुख कारण विगत वर्ष यूक्रेन पर रूस का आक्रमण है जिसने यूरोपीय देशों को अपने बचाव को तेज करने के लिए प्रेरित किया है।
- SIPRI के प्रतिनिधि ने कहा कि भले ही दुनिया भर में हथियारों के हस्तांतरण में गिरावट आई है, रूस एवं अधिकांश अन्य यूरोपीय राज्यों के मध्य तनाव के कारण यूरोप में हथियारों के हस्तांतरण में तेजी से वृद्धि हुई है।
- SIPRI प्रमुख हथियारों को विमान, युद्धपोत, टैंक, तोपखाने, मिसाइल एवं विभिन्न भारी रक्षा प्रणालियों के रूप में परिभाषित करता है।
यूरोप में हथियारों का आयात
SIPRI रिपोर्ट में मानी गई सभी अवधियों में 2018-2022 में हथियारों का आयात नीदरलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क, फ्रांस, बेल्जियम, सर्बिया, बेलारूस एवं लिथुआनिया जैसे अनेक यूरोपीय देशों में सर्वाधिक है।
- यूके, पोलैंड, रोमानिया, जर्मनी एवं स्वीडन जैसे अन्य यूरोपीय देशों में, 2018-2022 की अवधि में हथियारों का आयात विगत पांच वर्ष की अवधि (2013-2017) की तुलना में कम से कम अधिक है।
- नवीनतम अवधि में अमेरिका एवं यूरोप से यूक्रेन के हथियारों के आयात में तीव्र वृद्धि भी नवीनतम एसआईपीआरआई रिपोर्ट में दिखाई दे रही है।
- इसके साथ ही यूक्रेन 2022 में हथियारों का विश्व का तीसरा सर्वाधिक वृहद आयातक बन गया।
- विशेष रूप से, यूक्रेन ने 1991 से प्रमुख हथियारों का हेल्पर मात्रा में आयात किया, जब यूक्रेन सोवियत संघ के पतन के मध्य 2021 के अंत तक स्वतंत्र हो गया।
हथियारों के वैश्विक व्यापार की स्थिति (ग्लोबल आर्म्स ट्रेड स्टेटस), SIPRI रिपोर्ट
हथियारों के हस्तांतरण की वैश्विक मात्रा में यूरोप की हिस्सेदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। हालांकि, SIPRI रिपोर्ट डेटा से ज्ञात होता है कि विगत पांच वर्षों में पश्चिम एशिया, अमेरिका एवं एशिया तथा ओशिनिया की हिस्सेदारी में मामूली गिरावट आई है।
- 2018-22 की अवधि में हथियारों के कुल वैश्विक आयात में अफ्रीका की हिस्सेदारी में काफी कमी आई है।
- SIPRI के आंकड़ों के अनुसार, 2013-17 एवं 2018-22 के मध्य अमेरिकी हथियारों के निर्यात में 14% की वृद्धि देखी गई थी। वाशिंगटन 2018-22 में वैश्विक हथियारों के निर्यात का 40% हिस्सा गठित करता था।
- 2013-17 एवं 2018-22 के मध्य रूस के हथियारों के निर्यात में 31% की कमी आई है। वैश्विक हथियारों के निर्यात में रूस की हिस्सेदारी भी 22% से घटकर 16% हो गई, जबकि फ्रांस की हिस्सेदारी 7.1% से बढ़कर 11% हो गई।
ग्लोबल आर्म्स ट्रेड की परिवर्तित होती गतिशीलता
हथियारों के निर्यात में लंबे समय से अमेरिका एवं रूस का वर्चस्व रहा है, दोनों देश विगत तीन दशकों से सबसे बड़े तथा दूसरे सबसे बड़े हथियार निर्यातक रहे हैं।
- हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका एवं रूस के मध्य की खाई काफी चौड़ी हो रही है।
- इसके विपरीत, इसी अवधि में रूस एवं तीसरे सबसे बड़े हथियार आपूर्तिकर्ता फ्रांस के मध्य का अंतर कम हो गया है।
- एसआईपीआरआई रिपोर्ट ने यह भी बताया कि यूक्रेन पर आक्रमण रूस के हथियारों के निर्यात को और सीमित कर सकता है क्योंकि-
- मास्को को अपने स्वयं के सशस्त्र बलों की आपूर्ति को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है तथा
- व्यापार प्रतिबंधों के कारण अन्य राज्यों से कम मांग।
SIPRI के बारे में मुख्य बातें
SIPRI 1966 में स्थापित एक अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान संगठन है। SIPRI एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय संस्थान है जो संघर्ष, आयुध, हथियार नियंत्रण एवं निरस्त्रीकरण के अनुसंधान के लिए समर्पित है।
SIPRI का ट्रेंड इंडिकेटर वैल्यू (TIV) क्या है?
SIPRI का रुझान संकेतक मान (TIV) प्रमुख हथियारों के अंतर्राष्ट्रीय हस्तांतरण की मात्रा का माप है। SIPRI का TIV हथियारों के एक मूल समूह की ज्ञात इकाई उत्पादन लागत पर आधारित है। इसका उद्देश्य हस्तांतरण के वित्तीय मूल्य के स्थान पर सैन्य संसाधनों के हस्तांतरण का प्रतिनिधित्व करना है। इस डेटा का उद्देश्य समय के साथ विशेष देशों एवं क्षेत्रों में हथियारों के प्रवाह में प्रवृत्तियों की माप की अनुमति प्रदान करने हेतु एक सामान्य इकाई प्रदान करना है।
हथियारों के वैश्विक व्यापार (ग्लोबल आर्म्स ट्रेड) के संदर्भ में प्रायः देखा पूछे जाने वाले प्रश्न
- सिपरी क्या है?
उत्तर. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संस्थान है जो संघर्ष, आयुध, हथियार नियंत्रण एवं निरस्त्रीकरण के अनुसंधान के लिए समर्पित है।
- विश्व में शीर्ष दो हथियार निर्यातक देश कौन से हैं?
उत्तर. हथियारों के निर्यात में लंबे समय से अमेरिका एवं रूस का वर्चस्व रहा है, दोनों देश विगत तीन दशकों से सबसे बड़े एवं दूसरे सबसे बड़े हथियार निर्यातक रहे हैं।