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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 22 मई 2023 की दैनिक समसामयिकी, सिविल सर्विसेज के लिए करेंट अफेयर्स

यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 22 मई 2023 की दैनिक समसामयिकी: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस  प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 22 मई 2023 की दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं।

आईएनएस विक्रांत

आईएनएस विक्रांत चर्चा में क्यों है?

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कारवार में हाल ही में निर्मित विमानवाहक पोत (एयरक्राफ्ट कैरियर) पियर पर आईएनएस विक्रांत की सफल नौबंध (बर्थिंग) की प्रशंसा की है।

आई एन एस विक्रांत से संबंधित विवरण

आईएनएस विक्रांत भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है। आईएनएस विक्रांत को अत्याधुनिक स्वचालन सुविधाओं के साथ बनाया गया है तथा यह भारत के समुद्री इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा जलपोत है।

  • निर्माण: आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना के स्वदेशी (इन-हाउस) वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो (डब्ल्यूडीबी) द्वारा डिजाइन किया गया है एवं कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित किया गया है, जो बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का शिपयार्ड है।
  • क्षमताएं: यह जलपोत स्वदेशी रूप से निर्मित उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर/एएलएच) तथा हल्के युद्धक विमान (लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट/एलसीए) (नौसेना) के अतिरिक्त मिग-29के लड़ाकू विमान, कामोव-31, एमएच-60आर बहु भूमिका हेलीकॉप्टर सहित 30 विमानों से युक्त एयर विंग का संचालन करने में सक्षम है।
    • शॉर्ट टेक ऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी (एसटीओबीएआर) के रूप में ज्ञात एक नवीन विमान-ऑपरेशन मोड का उपयोग करते हुए, आईएनएस विक्रांत विमान को लॉन्च करने के लिए स्की-जंप तथा जलपोत पर उनकी रिकवरी के लिए ‘एरेस्टर वायर’ के एक समुच्चय से सुसज्जित है।

आईएनएस विक्रांत, प्रमुख विशेषताएं

262.5 मीटर लंबा एवं 61.6 मीटर चौड़ा विक्रांत लगभग 43,000 टी को विस्थापित करता है, जिसमें 7,500 समुद्री मील की सह्यता के साथ 28 समुद्री मील की अधिकतम डिजाइन गति है।

  • आईएनएस विक्रांत जलपोत में लगभग 2,200 कक्ष हैं, जिन्हें महिला अधिकारियों एवं नाविकों सहित लगभग 1,600 के चालक दल के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • विक्रांत वाहक को मशीनरी संचालन, जलपोत नौवहन एवं उत्तरजीविता हेतु अत्यंत उच्च स्तर के स्वचालन के साथ डिज़ाइन किया गया है।
  • आईएनएस विक्रांत वाहक अत्याधुनिक उपकरणों एवं प्रणालियों से सुसज्जित है।

76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा

76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित विश्व स्वास्थ्य सभा (वर्ल्ड हेल्थ असेंबली) के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए एक वीडियो संदेश दिया।

  • सभा को अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों को हार्दिक बधाई दी एवं वैश्विक सेवा के 75 वर्षों के उल्लेखनीय मील के पत्थर को प्राप्त करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन को बधाई दी।
  • उन्होंने नए उद्देश्यों को स्थापित करने की संगठन की क्षमता में अपना विश्वास व्यक्त किया क्योंकि यह आगामी 25 वर्षों के लिए लक्ष्यों को निर्धारित करते हुए अपनी शताब्दी वर्ष तक पहुंच गया है।

76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा 2023

विश्व स्वास्थ्य सभा, जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन/WHO) के समस्त सदस्य राज्यों के प्रतिनिधिमंडल शामिल होते हैं, निर्णय लेने हेतु उत्तरदायी शासी निकाय के रूप में कार्य करता है।

  • विश्व स्वास्थ्य सभा कार्यकारी बोर्ड द्वारा तैयार किए गए नामित स्वास्थ्य एजेंडे के इर्द गिर्द केंद्रित है।
  • विश्व स्वास्थ्य सभा की प्राथमिक भूमिकाओं में नीति निर्माण, महानिदेशक की नियुक्ति, वित्तीय निरीक्षण एवं प्रस्तावित कार्यक्रम बजट का मूल्यांकन तथा अनुमोदन शामिल है।
  • विश्व स्वास्थ्य सभा की वार्षिक सभा जिनेवा, स्विट्जरलैंड में होती है।
  • 76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा 21-30 मई 2023 को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में आयोजित की जा रही है।
  • इस वर्ष की स्वास्थ्य सभा की थीम है: डब्ल्यूएचओ एट 75: सेविंग लाइव्स, ड्राइविंग हेल्थ फॉर ऑल।

जी-20 पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक 

जी-20 पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक चर्चा में क्यों है?

पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविंद सिंह ने एसकेआईसीसी श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान घोषणा की कि ‘ जी-20 पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक’ 22 मई से 24 मई, 2023 तक श्रीनगर, जम्मू एवं कश्मीर में  आयोजित होने वाली है।

जी-20 पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक 2023

श्रीनगर में जी-20 पर्यटन कार्य समूह (टूरिज्म वर्किंग ग्रुप) की तीसरी बैठक का उद्देश्य आर्थिक विकास को सुदृढ़ करना, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना एवं क्षेत्र के सतत विकास को प्रोत्साहित करना है।

  • पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार, पर्यटन क्षेत्र को आगे बढ़ाने एवं संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों 2030 को प्राप्त करने की दिशा में सामूहिक रूप से कार्य करने हेतु जी-20 के सदस्य देशों, आमंत्रित देशों  तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी का स्वागत करता है।
  • जी-20 कार्यक्रम क्षेत्र की पर्यटन क्षमता एवं सांस्कृतिक समृद्धि को अनावृत करने का एक विशिष्ट अवसर प्रस्तुत करता है।
  • पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक के दौरान, प्रतिनिधि राज्य सरकार द्वारा आयोजित कला एवं शिल्प बाजार का भी दौरा करेंगे, जिसमें स्थानीय हस्तशिल्प, कारीगरों की कलाकृतियों, सामुदायिक भागीदारी के महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा।

 

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