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थल सेना के कमांडरों का सम्मेलन: भारतीय सेना के भविष्य का मार्गदर्शन करने वाले महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने के लिए थल सेना के कमांडरों के सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- आंतरिक सुरक्षा) के लिए थल सेना के कमांडरों का सम्मेलन भी महत्वपूर्ण है।
थल सेना के कमांडरों का सम्मेलन (आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस/एसीसी) चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, थल सेना कमांडरों के सम्मेलन (एसीसी) 2023 में श्री राजनाथ सिंह, माननीय रक्षा मंत्री द्वारा भारतीय सेना के वरिष्ठ नेतृत्व (अधिकारियों) को भाषण दिया गया था।
- अपने संबोधन में, रक्षा मंत्री ने दोहराया कि भारतीय सेना को एक अरब से अधिक नागरिकों द्वारा देश में सर्वाधिक विश्वसनीय एवं प्रेरक संगठनों में से एक माना जाता है।
- उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा करने, आतंकवाद का मुकाबला करने तथा आवश्यकता पड़ने पर नागरिक प्रशासन को सहायता प्रदान करने में सेना द्वारा किए गए उत्कृष्ट योगदान पर बल दिया।
थल सेना कमांडरों का सम्मेलन (एसीसी) 2023
थल सेना कमांडरों का सम्मेलन (एसीसी) उच्चतम स्तर का द्विवार्षिक आयोजन है, जो भारतीय सेना को वैचारिक स्तर की चर्चाओं में सम्मिलित होने हेतु एक संस्थागत मंच प्रदान करता है।
- थल सेना के कमांडरों के सम्मेलन के बारे में: वर्ष 2023 के लिए थल सेना कमांडरों का प्रथम सम्मेलन (एसीसी) 17 से 21 अप्रैल 2023 तक निर्धारित है।
- अधिदेश: थल सेना कमांडरों के सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेना है जो भारतीय सेना के भविष्य का मार्गदर्शन करेगा।
- कार्यक्रम का आयोजन स्थल: सुरक्षित संचार के लिए उपलब्ध प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए इस वर्ष का एसीसी हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। यह प्रथम अवसर है जब एसीसी हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित की जाएगी।
- सम्मेलन के पहले दिन थल सेना के कमांडरों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की आभासी बैठक आयोजित होगी।
- इसके पश्चात वे मानवीय उपस्थिति वाली शेष बैठकों के लिए दिल्ली की यात्रा करेंगे, जिसके लिए अधिक विस्तृत विचार-विमर्श की आवश्यकता होगी।
थल सेना कमांडरों का सम्मेलन (एसीसी) के अंतर्गत कार्यक्रम
सम्मेलन के पहले दिन के दौरान, एजेंडे में कमान मुख्यालय द्वारा प्रायोजित विभिन्न टॉपिक्स को शामिल किया जाएगा।
- अंडमान एवं निकोबार कमांड के कमांडर-इन-चीफ के साथ-साथ सेना मुख्यालय के प्रधान कार्मिक अधिकारियों के नेतृत्व वाले सत्र भी अपडेट होंगे।
- इसके अतिरिक्त, फोरम ‘परिवर्तन के वर्ष-2023’ (ईयर ऑफ ट्रांसफॉर्मेशन-2023) पहल के एक भाग के रूप में चिन्हित की गई गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करेगा।
- इसमें अग्निपथ योजना, डिजिटलीकरण एवं स्वचालन पहल, युद्ध अभियांत्रिकी कार्यों, कार्य पहलुओं एवं बजट प्रबंधन पर प्रगति का आकलन करना शामिल है।
थल सेना कमांडरों के सम्मेलन के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. थल सेना कमांडरों का सम्मेलन (एसीसी) क्या है?
उत्तर. थल सेना कमांडरों का सम्मेलन (एसीसी) भारतीय सेना द्वारा आयोजित एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है, जो सेना प्रमुख एवं थल सेना के सभी कमांडरों सहित सेना के वरिष्ठ नेतृत्व को एक साथ लाता है।
प्र. एसीसी का उद्देश्य क्या है?
उत्तर. एसीसी का प्राथमिक उद्देश्य थल सेना की कार्रवाई संबंधी तैयारियों, प्रशासनिक मुद्दों एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित अन्य रणनीतिक मामलों की समीक्षा करना है।
प्र. एसीसी में कौन शामिल होता है?
उत्तर. एसीसी में सेना प्रमुख, थल सेना के सभी कमांडर एवं सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भाग लेते हैं।


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