
हिंदी भाषा TET परीक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है इस भाग को लेकर परेशान होने की जरुरत नहीं है .बस आपको जरुरत है तो बस एकाग्रता की. ये खंड न सिर्फ CTET Exam (परीक्षा) में एहम भूमिका निभाता है अपितु दूसरी परीक्षाओं जैसे UPTET, KVS ,NVS, DSSSB आदि में भी रहता है, तो इस खंड में आपकी पकड़, आपकी सफलता में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.TEACHERSADDA आपके इस चुनौतीपूर्ण सफ़र में हर कदम पर आपके साथ है।
Q1. धातु के कितने प्रकार है ?
(a) 2
(b) 3
(c) 4
Q2. यौगिक धातु की रचना कितने प्रकार से होती है?
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5
Q3. सकर्मक क्रिया किसे कहते है ?
(a) जिस क्रिया के व्यापार का फल कर्म पर पड़ता है।
(b) जिस क्रिया के व्यापार का फल कर्ता पर पड़ता है।
(c) जिस क्रिया के करने पर व्यापार का फल अपादान पर पड़ता है।
(d) जिस क्रिया के करने पर व्यापार का फल सम्बोधन पर पड़ता है।
Q4. अकर्मक, सकर्मक तथा द्विकर्मक क्या हैं ?
(a) धातु के नाम
(b) क्रिया के भेद
(c) विशेषण के भेद
(d) सहायक क्रिया के भेद
Q5. संयुक्त क्रिया बनती है-
(a) दो से अधिक धातुओं के मेल से
(b) दो से अधिक सकर्मक क्रिया के मेल से
(c) दो से अधिक अकर्मक क्रिया के मेल से
(d) दो से अधिक प्रेरणार्थक क्रिया के मेल से
Q6. संयुक्त क्रिया के भेद हैं-
(a) 5
(b) 7
(c) 9
(d) 11
Q7. सकर्मक क्रिया कौन-सी है ?
(a) लिखना
(b) हॅंसना
(c) रोना
(d) सोना
Q8. “वह बहुत सोता है” में सोता (सोना) कौन-सी क्रिया है ?
(a) अकर्मक
(b) सकर्मक
(c) प्रेरणार्थक
(d) सहायक क्रिया
Q9. “घोड़ा दौड़ रहा था।“ इस वाक्य में कौन सी क्रिया हैं ?
(a) घोड़ा
(b) दौड़
(c) रहा
(d) था
Q10. अकर्मक क्रिया है-
(a) मैं घड़ा भरता हूँ।
(b) बूँद-बूँद से घड़ा भरता है।
(c) विपदा मुझे घबराती है।
(d) वह तुम्हे देखता है।
Solutions
S1. Ans.(d)
Sol. व्याख्या- धातु के 5 प्रकार होते हैं-
1)नाम धातु:- जिन धातुएं विशेषण एवं संज्ञा के उच्चारण से उत्पन्न होते है वे नाम धातु के होते है।
2)यौगिक धातु:- जो धातु प्रत्यय ले योग से उत्पन्न होते है उन्हे यौगिक धातु कहते है।
3)मूल धातु:- जिस धातु को उत्पन्न होने के लिये किसी दुसरे धातुओं की आवशयकता नहीं पढ्ती उसे मूल धातु कहते है।
4)मिश्र धातु:- जिन धातुओं के अन्त में “ना” शब्द जुडकर एक नया शब्द उत्पन्न होता है उसे मिश्र धातु कहते है।
5)अनुक्रणात्मक धातु:- जो धातु किसी प्रकार के ध्वनी उच्चारण से उत्पन्न हो’उसे अनुक्रमणात्मक धातु कहते है।
S2. Ans.(b)
Sol. व्याख्या- – धातु से प्रत्यय लगाकर कई धातुओं को संयुक्त कर तथा संज्ञा या विशेषण से।
S3. Ans.(a)
Sol. व्याख्या- जिस क्रिया के करने पर व्यापार का फल कर्म पर पड़ता है, वह सकर्मक क्रिया कहलाती है।
S4. Ans.(b)
Sol. व्याख्या- अकर्मक, सकर्मक तथा द्विकर्मक क्रिया के भेद हैं।
S5. Ans.(a)
Sol. व्याख्या- दो से अधिक धातुओ के मेल से संयुक्त क्रिया बनती है।
S6. Ans.(d)
Sol. व्याख्या- संयुक्त क्रिया के 11 भेद होते हैं: आंरभबोधक, समाप्तिबोधक, अवकाशबोधक, अनुमतिबोधक, नित्यताबोधक, आवश्यकताबोधक, निश्चयबोधक, इच्छाबोधक, अभ्यासबोधक, शक्तिबोधक तथा पुनरूक्त।
S7. Ans.(a)
Sol. व्याख्या- लिखना सकर्मक क्रिया है क्योकि लिखने का फल कर्म पर पड़ रहा है।
S8. Ans.(a)
Sol. व्याख्या- सोना अकर्मक क्रिया है, क्योकि सोने का फल कर्ता पर पड़ रहा है।
S9. Ans.(b)
Sol. व्याख्या- उपर्युक्त वाक्य में दौड़ क्रिया है, क्योकि इसमें काम का बोध हो रहा हैं।
S10. Ans.(b)
Sol. व्याख्या- बूँद-बूँद से घड़ा भरता है। इस वाक्य में अकर्मक क्रिया है, क्योंकि इसमें फल कर्ता पर पड़ रहा है।
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