यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्रों का विश्लेषण
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्ष के प्रश्न पत्रों का विश्लेषण: संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 की अधिसूचना जारी की है। यूपीएससी आईएएस परीक्षा 2022 को उत्तीर्ण करने के लिए उम्मीदवारों को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों के बारे में पता होना चाहिए। यूपीएससी परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार के बारे में जानना महत्वपूर्ण है। यूपीएससी के विगत वर्षों के प्रश्न आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न के बारे में जानने हेतु सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्रोत माने जाते हैं एवं इस प्रकार ये तैयारी हेतु प्रभावी ढंग से रणनीति निर्मित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 प्रारंभिक परीक्षा के विगत वर्षों के प्रश्न पत्रों के विश्लेषण लेख में, हम विगत कुछ वर्षों के पेपर के विश्लेषण पर चर्चा करेंगे
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 प्रारंभिक परीक्षा के विगत वर्षों के पेपर का विश्लेषण: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 के प्रश्न पत्र का विश्लेषण
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के विगत वर्षों के प्रश्न पत्रों का विश्लेषण यूपीएससी की तैयारी में एक उम्मीदवार की तैयारी यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू है। नीचे, हमने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्रों के विश्लेषण को कवर किया है, जो यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2021 से प्रारंभ होता है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2021 के प्रश्न पत्र का विश्लेषण
यूपीएससी सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र मध्यम से कठिन स्तर के थे। अनेक नए प्रश्न थे, हालांकि, इसका अर्थ यह नहीं है कि उम्मीदवारों को सब कुछ पढ़ना प्रारंभ कर देना चाहिए। उदाहरण के लिए: सिर्फ इसलिए कि यूपीएससी ने खेल से संबंधित दो प्रश्न पूछे हैं, आपको 1 वर्ष के सभी खेल समाचार का अध्ययन प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2021 विस्तृत विश्लेषण | |
भारतीय राजव्यवस्था | आसान से मध्यम |
पर्यावरण | मध्यम से कठिन |
भूगोल | आसान से मध्यम |
इतिहास | मध्यम से कठिन |
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी | कठिन |
अर्थव्यवस्था | आसान से मध्यम |
समसामयिकी (करेंट अफेयर्स) | मध्यम से कठिन |
समग्र | मध्यम से कठिन |
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा, निश्चित रूप से, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के सभी चरणों में सर्वाधिक कठिन है। पाठ्यक्रम की विशालता, प्रश्न पत्र की अनिश्चितता तथा 2 घंटे के प्रदर्शन का दबाव पेपर को निर्विवाद रूप से कठिन बना देता है।
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा की यह प्रकृति यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को विगत वर्षों के प्रश्न पत्रों को इसके इर्द-गिर्द घूमने वाले सभी मुद्दों के लिए एक रामबाण बनाती है। जबकि यूपीएससी आईएएस विगत वर्षों के पेपर का विश्लेषण परीक्षा की प्रकृति को समझने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसका विश्लेषण सरल नहीं है। हालांकि, यह आपकी तैयारी में बाधा नहीं बननी चाहिए क्योंकि हम यहां प्रारंभिक परीक्षा की सभी बारीक गांठों को हटाने के लिए उपलब्ध हैं ताकि आप उन बीजों का फल प्राप्त कर सकें जो आपने अभी बोए हैं!
अब, निम्नलिखित ग्राफ को देखें तथा प्रत्येक खंड के महत्व को मापने का प्रयास करें।
अब, हम इस प्रवृत्ति को अधिक विस्तृत तरीके से, खंड-वार समझते हैं।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- इतिहास
जैसा कि आप देख सकते हैं, इतिहास यूपीएससी के प्रमुख खंडों में से एक का निर्माण करता है एवं उम्मीदवारों को इस खंड को अच्छी तरह से तैयार करने की आवश्यकता है। इतिहास का प्रश्न आधुनिक इतिहास तथा इतिहास के कला एवं संस्कृति खंड के इर्द-गिर्द घूमता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि, राज्य पीसीएस परीक्षाओं के विपरीत, यूपीएससी राजनीतिक विजय तथा अन्य मामूली सूचनाओं से संबंधित प्रश्न नहीं पूछता है, जो अन्यथा पीसीएस परीक्षा में महत्वपूर्ण हैं।
आधुनिक इतिहास खंड में भी, अब तक, 1905 के बाद की अवधि पर अधिक ध्यान दिया गया है – वह अवधि जब भारत का राष्ट्रीय आंदोलन प्रारंभ हुआ था।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- राजव्यवस्था
इस खंड को प्रश्न पत्र में सर्वाधिक अंक प्रदायक (स्कोरिंग) खंडों में से एक माना जाता है। जैसा कि आप देख सकते हैं, 2017 में इस खंड से प्रश्नों की संख्या सबसे अधिक थी एवं उसके ठीक बाद 2018 में प्रश्नों की संख्या में भारी कमी आई थी। आप प्रत्येक वर्ष इस खंड से लगभग 15 प्रश्नों की अपेक्षा कर सकते हैं। उम्मीदवार आमतौर पर 90% प्रश्नों को यहां सही करते हैं और आपको भी उनके समकक्ष आने की आवश्यकता है। प्रत्येक बीतते वर्ष के साथ, यूपीएससी संबंधित टॉपिक्स की वैचारिक स्पष्टता पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है। तो, आपको भी उसी के अनुसार तैयारी करने की आवश्यकता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- भूगोल
भारतीय भूगोल एवं भौगोलिक अवस्थिति मुख्य क्षेत्र बनाते हैं जहां से यूपीएससी सामान्य तौर पर प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्न पूछता है। जैसा कि आप ऊपर दिए गए ग्राफ से देख सकते हैं, इस खंड के प्रश्न पहले के दो खंडों की तुलना में अपेक्षाकृत कम रहे हैं। हालांकि यह यूपीएससी को समान पैटर्न का अनुसरण करने हेतु बाध्य नहीं करता है, आम तौर पर, आप इस खंड से लगभग 10 प्रश्नों की अपेक्षा कर सकते हैं। इस खंड के बारे में अच्छी बात यह है कि यह पहले के दो खंडों की भांति अस्पष्ट नहीं है तथा आपके उत्तर के सही होने की संभावना तुलनात्मक रूप से अधिक है। यह कहने की आवश्यकता नहीं है, प्रायिकता (संभावना) एक विवेकशून्य अनुमान में कार्य नहीं करती है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- अर्थव्यवस्था
इस खंड के प्रश्न अवधारणा पर अधिक आधारित हैं। आपको अर्थशास्त्र के मूल में गहरी खुदाई करने की आवश्यकता नहीं है, किंतु आप जो कुछ भी पढ़ते हैं उसे सुनिश्चित करें कि आप इसे अच्छी तरह से समझते हैं। उदाहरण के लिए- यदि जीडीपी पर अध्याय को पूरा करने के बाद आप जीडीपी एवं जीएनपी के मध्य अंतर नहीं कर सकते हैं, तो एक मिनट व्यर्थ किए बिना विषय को फिर से पढ़ें। जैसा कि आप ऊपर दिए गए ग्राफ से देख सकते हैं, इस खंड की प्रासंगिकता 2016 से बढ़ गई है। अवधारणाओं पर ध्यान दें, विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें एवं अपनी धमनियों में आत्मविश्वास को महसूस करें!
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
यहां, आपको यह जानने की आवश्यकता है कि यह खंड ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ है न कि ‘सामान्य विज्ञान’। दोनों के मध्य अंतर यह है कि पश्चातवर्ती अर्थात सामान्य विज्ञान- भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान जैसे स्थैतिक विषयों पर केंद्रित है जबकि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अधिक प्रौद्योगिकी आधारित है। इस खंड के अधिकांश प्रश्न अनुप्रयोग-आधारित तथा समसामयिक घटनाक्रमों से संबंधित हैं। आपके द्वारा पढ़ी जाने वाली प्रौद्योगिकी/तकनीक के बारे में आपको सब कुछ जानने की आवश्यकता नहीं है, किंतु आपको इसकी मूलभूत विशेषताओं को जानना चाहिए।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- पर्यावरण
तालिका को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इस खंड से पूछे गए प्रश्नों की संख्या में हाल ही में लगातार कमी आई है। हालांकि सिविल सेवाओं एवं वन सेवाओं दोनों की प्रारंभिक परीक्षा एक ही पेपर के माध्यम से आयोजित की जाती है, किंतु पर्यावरण के खंड के महत्व में कमी आई है। यूपीएससी, हालांकि, इस प्रवृत्ति को किसी भी वर्ष प्रेरित कर सकता है और, आपको इस खंड को हल करने के दौरान आत्म संतोष नहीं प्रकट करना चाहिए। इस खंड के प्रश्न तथ्यात्मक एवं वैचारिक दोनों हैं, इसलिए आपको टॉपिक्स को याद रखने एवं समझने दोनों की आवश्यकता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर का विश्लेषण- करेंट अफेयर्स
प्रारंभिक परीक्षा में समसामयिकी (करेंट अफेयर्स) के लिए 2016 एक महत्वपूर्ण वर्ष था। तब से, इसने किसी भी प्रवृत्ति का अनुसरण नहीं किया है किंतु आप ग्राफ़ से जो देख सकते हैं वह यह है कि आप इसकी उपेक्षा करने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं। प्रश्न 10-20 के मध्य कुछ भी हो सकता है एवं यह प्रश्न पत्र में आश्चर्य का कारण हो सकता है। इस खंड पर पकड़ बनाने के लिए, एक वर्ष की समसामयिकी का सख्त तरीके से अनुपालन करें। यूपीएससी के लिए प्रासंगिक प्रत्येक मुद्दे को कवर करें एवं इस खंड को समग्र रूप से तैयार करें- जिस तरह से आप इसे मुख्य परीक्षा के लिए करेंगे।
प्रथम दृष्टया, यह एक कठिन कार्य की भांति प्रतीत होता है। किंतु, प्रयासों एवं मार्गदर्शन के विवेकपूर्ण मिश्रण के साथ, आप निश्चित रूप से इस चरण को पार कर लेंगे। प्रयास करना आपका क्षेत्र हैं। आप मार्गदर्शन का हिस्सा हम पर छोड़ सकते हैं। हम, Adda 247 में, यह सुनिश्चित करेंगे कि आपके प्रयासों को अपेक्षित दिशा प्राप्त हो एवं आप इस यात्रा को एक बड़ी सफलता के साथ समाप्त करें।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022: विगत वर्षों के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर डाउनलोड
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