वर्तनी-विचार परिभाषा, भेद और उदहारण: वर्तनी-विचार topic related to communicate a word in hindi which has different meaning. There can be spelling mistake, pronunciation mistake in Vartni. To make Vartni easy in writing and reading, here we are providing some formula to learn Varni based on vowel and consonants in Hindi Language.
वर्तनी-विचार
वर्तनी – शब्दों के वर्ण क्रम को वर्तनी कहते हैं।
वर्तनी के बदलते ही या तो शब्द के अर्थ बदल जाते हैं, या वे निरर्थक हो जाते हैं। उदाहरणतया ‘मार’ शब्द की मात्रा का स्थान बदल जाए तो वह ‘मरा’ हो जाएगा। यदि मात्रा लगाना भूल जाएँ तो ‘मर’ हो जाएगा। यदि ‘र’ और ‘म’ बदल जाएँ तो ‘राम’ या ‘रमा’ हो जाएगा। इसलिए वर्तनी का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
वर्तनी-दोष
भूल, असावधानी, उच्चारण-दोष, क्षेत्रीय प्रभाव या भ्रम के कारण वर्तनी में अनेक दोष आ जाते हैं। कुछ दोष निम्नलिखित हैं-
- बहुवचन रूपों की अशुद्धियाँ-
ईकारांत और ऊकारांत शब्दों के बहुवचन रूपों में ‘ई’ और ‘ऊ’ क्रमशः ‘इ’ और ‘उ’ में बदल जाते हैं। जैसे-
अशुद्ध शुद्ध
लड़की लड़कियाँ
सर्दी सर्दियाँ
उल्लू उल्लुओं
खिड़की खिड़कियाँ
- ‘आ’ की जगह ‘अ’ की मात्रा
अशुद्ध शुद्ध
असान आसान
संसारिक सांसारिक
अगामी आगामी
अवाज़ आवाज़
- ‘अ’ की जगह ‘आ’ की मात्रा
अशुद्ध शुद्ध
आधीन अधीन
लागान लगान
अत्याधिक अत्यधिक
आसाम असम
- ‘इ’ की जगह ‘ई’ की मात्रा
अशुद्ध शुद्ध
अभीमान अभिमान
परीचय परिचय
तिथी तिथि
क्योंकी क्योंकि
- ‘उ’ और ‘ऊ’ मात्रा का दोष
अशुद्ध शुद्ध
करूणा करुणा
झाड़ु झाड़ू
ज़रुरत ज़रूरत
उधम ऊधम
- ‘ऋ’ और ‘रि’ अशुद्धि
अशुद्ध शुद्ध
रिषि ऋषि
रितु ऋतु
अनुग्रहीत अनुगृहीत
मात्रभूमि मातृभूमि
- ‘ए’ और ‘ऐ’ लिखने में अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
एतिहासिक ऐतिहासिक
एनक ऐनक
सेनिक सैनिक
नेतिक नैतिक
- ‘ई’ की जगह ‘इ’ मात्रा की अशुद्धि
अशुद्ध शुद्ध
श्रीमति श्रीमती
बेइमान बेईमान
पत्नि पत्नी
बिमारी बीमारी
- ‘इ’ मात्रा का लोप
अशुद्ध शुद्ध
विरहणी विरहिणी
परस्थिति परिस्थिति
नायका नायिका
सरोजनी सरोजिनी
- ‘उ’ और ‘ऊ’ मात्रा संबंधी अशुद्धि
अशुद्ध शुद्ध
कूआँ कुआँ
हेतू हेतु
फूलवारी फुलवारी
इंदू इंदु
- ‘ओ’ और ‘औ’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
त्यौहार त्योहार
लोकिक लौकिक
कोरव कौरव
ओ़द्योगिक औद्योगिक
- अनुस्वार और अनुनासिक की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
कांटा काँटा
आंख आँख
झांसी झाँसी
बांस बाँस
- संधि के अज्ञान की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
अत्याधिक अत्यधिक
अनाधिकार अनधिकार
अध्यन अध्ययन
प्रोढ़ प्रौढ़
- ‘ट’ और ‘ठ’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
यथेष्ठ यथेष्ठ
श्रेष्ट श्रेष्ठ
कनिष्ट कनिष्ठ
परिशिष्ठ परिशिष्ट
- ‘ड़’ और ‘ण’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
गड़ेश गणेश
गड़ना गणना
टिप्पड़ी टिप्पणी
गुड़ गुण
- ‘न’ और ‘ण’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
रामायन रामायण
निरीक्षन निरीक्षण
नरभूमि रणभूमि
किरन किरण
- ‘र’, ‘ल’, ‘ड़’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
उजारना उजाड़ना
टेड़ा टेढ़ा
प्रौड़ा प्रौढ़ा
बूड़ा बूढ़ा
- ‘व’ और ‘ब’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
बनस्पति वनस्पति
बिलास विलास
बर्षा वर्षा
बन वन
- ‘स’ और ‘श’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
आदर्स आदर्श
देस देश
साम शाम
सासन शासन
- ‘श’ और ‘स’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
अमावश्या अमावस्या
शुषमा सुषमा
नमश्कार नमस्कार
प्रशाद प्रसाद
- ‘क्ष’ और ‘छ’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
कछा कक्षा
छुद्र क्षुद्र
दीछा दीक्षा
छमा क्षमा
- प्रत्यय संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
कौशलता कौशल, कुशलता
निरपराधी पिरपराध
पौरुषत्व पौरुष/पुरुषत्व
महत्व महत्त्व
- ‘ज्ञ’ और ‘ग्य’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध शुद्ध
आग्या आज्ञा
ग्यान ज्ञान
यग्य यज्ञ
कृतग्य कृतज्ञ
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