Correct option is C
सही उत्तर: (C) देश के लिए प्रेम = देशभक्ति (यह सामासिक पद सही नहीं है)
व्याख्या:
"देशभक्ति" शब्द का समास
तत्पुरुष समास के अंतर्गत
संबंध तत्पुरुष में आता है, क्योंकि इसमें
"का" या "के प्रति" का लोप हुआ है।
देशभक्ति = देश के प्रति भक्ति (यह सही समास-विग्रह है)
प्रश्न के अनुसार "देश के लिए प्रेम" का सही सामासिक रूप
"देशप्रेम" होगा, न कि "देशभक्ति"। इसलिए,
"देशभक्ति" सामासिक पद के रूप में गलत है।
विकल्पों का विश्लेषण सारणी:
विकल्प |
समास-विग्रह |
समास का प्रकार |
सही/गलत |
मनचाहा |
मन से चाहा हुआ |
अव्ययीभाव समास |
सही |
रसोईघर |
रसोई के लिए घर |
तत्पुरुष समास (अधिकरण तत्पुरुष) |
सही |
देशभक्ति |
देश के प्रति भक्ति |
तत्पुरुष समास (संबंध तत्पुरुष) |
गलत (सही शब्द "देशप्रेम" होना चाहिए) |
ऋणमुक्त |
ऋण से मुक्त |
तत्पुरुष समास (अपादान तत्पुरुष) |
सही |
समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य संक्षिप्तिकरण से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
जैसे - राजा का पुत्र = राजपुत्र।
समास के प्रकार निम्नलिखित हैं:
समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिह्न) का लोप हो। |
गृहस्वामी = घर का मालिक , विद्यादाता = विद्या का दाता |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत करते हैं। |
चक्रपाणि = जिसके हाथ में चक्र हो, चतुर्वेदी = चार वेद जानने वाला |
कर्मधारय समास |
जिस समास में विशेषण और विशेष्य के रूप में दोनों पद का संबंध हो। |
श्वेतपुष्प = सफेद रंग का फूल, महानगर = महान है जो नगर |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
चतुर्दिक = चार दिशाओं का समूह, सप्तसागर = सात समुद्र का समूह |
अव्ययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त पद अव्यय का काम करें। |
शीघ्रागमन = जल्दी आने वाला, प्रत्यक्ष = सामने रखे हुए |
द्वन्द्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं। "और," "या," "एवं" आदि शब्दों का लोप होने पर बनता है। |
रामलक्ष्मण = राम और लक्ष्मण, सूर्यचंद्र = सूर्य और चंद्रमा |
भेद |
परिभाषा |
विभक्ति का लोप |
कर्म तत्पुरुष |
क्रिया के कर्म का बोध होता है। |
"को" |
करण तत्पुरुष |
क्रिया के साधन या उपकरण का बोध होता है। |
"से" या "द्वारा" |
संबंध तत्पुरुष |
दो पदों के बीच संबंध का बोध होता है। |
"का," "की," "के" |
अपादान तत्पुरुष |
"से," "द्वारा," या "किससे" का बोध होता है। |
"से" |
सम्प्रदान तत्पुरुष |
"के लिए" या "को" का बोध होता है। |
"के लिए," "को" |
अधिकरण तत्पुरुष |
"में," "पर," "अंदर" आदि का बोध होता है। |
"में," "पर" |
"देशभक्ति" का समास-विग्रह "देश के लिए प्रेम" के रूप में नहीं किया जा सकता।
सही शब्द "देशप्रेम" होगा। अतः यह गलत सामासिक पद है।
इसलिए सही उत्तर: (C) देश के लिए प्रेम = देशभक्ति (यह सामासिक पद सही नहीं है)