Correct option is C
सही उत्तर: (C) कर्महीन – तत्पुरुष समास
व्याख्या: • 'कर्महीन' शब्द का निर्माण 'कर्म' + 'हीन' से हुआ है। इसमें 'कर्म' और 'हीन' के बीच एक विशेष संबंध स्थापित होता है, जो कि तत्पुरुष समास का उदाहरण है। • तत्पुरुष समास में पहले पद का अर्थ दूसरे पद से जुड़कर कोई गुण, दोष, संबंध आदि व्यक्त करता है। जैसे 'कर्महीन' में 'कर्म' का अभाव या कमी को व्यक्त किया गया है, जो 'हीन' से संबंधित है।
विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प |
व्याख्या |
सही/गलत |
बेमिसाल – द्वंद्व समास |
'बेमिसाल' में 'बे' और 'मिसाल' का संयुक्त रूप है, जो द्वंद्व समास का उदाहरण नहीं है। यह शब्द एक विशेषण के रूप में है। |
गलत |
दुरात्मा – द्विगु समास |
'दुरात्मा' शब्द में 'दुर' और 'आत्मा' का संयोजन है, लेकिन यह द्विगु समास का उदाहरण नहीं है। यह एक विशेषण है। |
गलत |
कर्महीन – तत्पुरुष समास |
'कर्म' और 'हीन' का संयोजन है, जिससे 'कर्म का अभाव' या 'कर्म से रहित' का अर्थ निकलता है। यह तत्पुरुष समास का सही उदाहरण है। |
सही |
चतुरानन – अव्ययीभाव समास |
'चतुरानन' में 'चतुर' और 'अनन' का संयोजन है, जो अव्ययीभाव समास नहीं है। यह एक विशेषण या युग्म है, जो किसी विशेषता को व्यक्त करता है। |
गलत |
समास -
· समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है।
· समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
· जैसे- राजा का पुत्र - राजपुत्र,
समास के छःप्रकार हैं -
समास के प्रकार निम्नलिखित हैं:
समास का नाम |
परिभाषा |
उदाहरण |
तत्पुरुष समास |
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिह्न) का लोप हो। |
गृहस्वामी = घर का मालिक , विद्यादाता = विद्या का दाता |
बहुव्रीहि समास |
जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत करते हैं। |
चक्रपाणि = जिसके हाथ में चक्र हो, चतुर्वेदी = चार वेद जानने वाला |
कर्मधारय समास |
जिस समास में विशेषण और विशेष्य के रूप में दोनों पद का संबंध हो। |
श्वेतपुष्प = सफेद रंग का फूल, महानगर = महान है जो नगर |
द्विगु समास |
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। |
चतुर्दिक = चार दिशाओं का समूह, सप्तसागर = सात समुद्र का समूह |
अव्ययीभाव समास |
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त पद अव्यय का काम करें। |
शीघ्रागमन = जल्दी आने वाला, प्रत्यक्ष = सामने रखे हुए |
द्वन्द्व समास |
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं। "और," "या," "एवं" आदि शब्दों का लोप होने पर बनता है। |
रामलक्ष्मण = राम और लक्ष्मण, सूर्यचंद्र = सूर्य और चंद्रमा |
· विकल्प (C) 'कर्महीन' शब्द तत्पुरुष समास का उदाहरण है, क्योंकि इसमें 'कर्म' और 'हीन' के बीच एक संबंध स्थापित किया गया है।
· इसलिए सही उत्तर है: (C) कर्महीन – तत्पुरुष समास