Correct option is A
'अनुरूप' में अव्ययीभाव समास है। अव्ययीभाव समास वह समास होता है जिसमें एक शब्द दूसरे शब्द के साथ जुड़कर विशेषण की तरह कार्य करता है, और इसके बीच कोई संबंधसूचक शब्द नहीं होता। 'अनुरूप' में 'अनु' (के साथ) और 'रूप' (स्वरूप) का समास हुआ है, जहाँ 'रूप' शब्द विशेषण के रूप में 'अनु' को बताता है।
विकल्प | व्याख्या |
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A. अव्ययीभाव | सही उत्तर है। इसमें एक शब्द का अव्यय रूप में दूसरे शब्द से संबंध होता है, जैसे 'अनुरूप' = 'अनु' + 'रूप'। |
B. तत्पुरुष | तत्पुरुष समास में द्वितीय पद प्रधान होता है, जैसे 'न्यायाधीश' (न्याय का अधीश), यह यहाँ उपयुक्त नहीं है। |
C. बहुव्रीहि | बहुव्रीहि समास में कोई विशेषता के लिए शब्द जुड़ते हैं, जैसे 'राजमाता' (राज का मातारूप), यह यहाँ लागू नहीं होता। |
D. कर्मधारय | कर्मधारय समास में पहला शब्द कर्ता या कार्य बताता है, जैसे 'बालक-बालिका' (बालक और बालिका), यह यहाँ सही नहीं है। |
समास का नाम | परिभाषा | उदाहरण |
तत्पुरुष समास | जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिह्न) का लोप हो। | गृहस्वामी = घर का मालिक , विद्यादाता = विद्या का दाता |
बहुव्रीहि समास | जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत करते हैं। | चक्रपाणि = जिसके हाथ में चक्र हो, चतुर्वेदी = चार वेद जानने वाला |
कर्मधारय समास | जिस समास में विशेषण और विशेष्य के रूप में दोनों पद का संबंध हो। | श्वेतपुष्प = सफेद रंग का फूल, महानगर = महान है जो नगर |
द्विगु समास | जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो। | चतुर्दिक = चार दिशाओं का समूह, सप्तसागर = सात समुद्र का समूह |
अव्ययीभाव समास | जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त पद अव्यय का काम करें। | शीघ्रागमन = जल्दी आने वाला, प्रत्यक्ष = सामने रखे हुए |
द्वन्द्व समास | द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं। "और," "या," "एवं" आदि शब्दों का लोप होने पर बनता है। | रामलक्ष्मण = राम और लक्ष्मण, सूर्यचंद्र = सूर्य और चंद्रमा |