
हिंदी भाषा TET परीक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है इस भाग को लेकर परेशान होने की जरुरत नहीं है .बस आपको जरुरत है तो बस एकाग्रता की. ये खंड न सिर्फ CTET Exam (परीक्षा) में एहम भूमिका निभाता है अपितु दूसरी परीक्षाओं जैसे UPTET, KVS ,NVS, DSSSB आदि में भी रहता है, तो इस खंड में आपकी पकड़, आपकी सफलता में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.TEACHERSADDA आपके इस चुनौतीपूर्ण सफ़र में हर कदम पर आपके साथ है।
Q1. ‘दूसरों के दोषों को ढूंढने वाला’ इस वाक्यांश के लिए एक शब्द का चयन कीजिए।
(a) छिद्रान्वेषी
(b) अनाक्रांत
(c) आत्मश्लाघी
(d) निस्पृह
Q2. य, र, ल,व – किस वर्ग के व्यंजन हैं?
(a) तालव्य
(b) उष्म
(c) अंतस्थ
(d) ओष्ठ्य
निर्देश (3-5 ) : निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर इन प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
अस्ताचल रवि, जल छल-छल छवि
स्तब्ध विश्वकवि, जीवन उन्मन
मन्द पवन बहती सुधि रह रह
परिमल की कह कथा पुरातन
दूर नदी पर नौका सुंदर
दीखी मृदु तर बहती ज्यों स्वर
वहाँ स्नेह की प्रतनु देह की
बिना गेह की बैठी नूतन
ऊपर शोभित मेघ सत्र सित
नीचे अमित नील जल दोलित
ध्यान-नयन मन चिन्त्य-प्राण-धन
किया शेष रवि ने कर अर्पण
Q3. इस कविता में छायावादी कवि निराला ने –
(a) प्रकृति का मनोरम चित्रण किया है
(b) अस्तगत सूर्य और उसकी प्रतीक्षा में रत संध्या का वर्णन किया है
(c) मादक भावनाओं की अभिव्यक्ति की है
(d) सूर्यास्त का चित्रण किया है
Q4. इस पद्यांश में प्रयोग किया गया शब्द ‘प्रतनु’ अर्थ रखता है-
(a) प्रमुदित
(b) क्षीण
(c) मृत
(d) प्रेत
Q5. उपर्युक्त पद्य में प्रयुक्त ‘गेह’ शब्द का प्रयोग अर्थ रखता है_
(a) गेंहूँ
(b) एक जीव
(c) घर
(d) द्वार
Q6. ‘आगामी’ का विलोम, नीचे दिए गए विकल्पों में से चुनें।
(a) भविष्य
(b) अतीत
(c) विगत
(d) तीव्रगामी
Q7. भारत-भारती के रचयिता कौन हैं-
(a) प्रेमचंद
(b) निराला
(c) सुमित्रानंद पंत
(d) मैथलीशरण गुप्त
Q8. ‘ईदगाह’ (कहानी) के रचनाकार हैं-
(a) अज्ञेय
(b) प्रेमचंद
(c) प्रसाद
(d) जैनेन्द्र
Q9. ‘ तरनि तनुजा तट तमाल तरुवर बहु छाए’, में कौन सा अलंकर है?
(a) अनुप्रास
(b) यमक
(c) उत्प्रेक्षा
(d) उपमा
Q10 ‘निर्गुण का संधि विच्छेद होगा-
(a) नीर + गुण
(b) नि + गुण
(c) नि: + गुण
(d) निर + गुण
Solutions
S1. Ans. (a):
S2. Ans. (c):
S3. Ans. (d): इस कविता में छायावादी कवि निराला ने सूर्यास्त का चित्रण किया है।
S4. Ans. (b): प्रतनु का अर्थ होता है- अति क्षीण, अति सूक्ष्म, अत्यल्प।
S5. Ans. (c): ‘गेह’ का अर्थ होता है- घर, मकान, रहने की जगह।
S6. Ans. (c):
S7. Ans. (d):
S8. Ans. (b):
S9. Ans. (a): अनुप्रास अलंकार- वर्णों की आवृत्ति को अनुप्रास कहते हैं। आवृत्ति का अर्थ है, दुहराना। इस अलंकार में किसी वर्ण या व्यंजन की एक बार या अनेक वणों या व्यंजनों की अनेक धार आवृत्ति होती है । उदाहरण -‘तरनि तनुजा तट तमाल तरुवर बहु छाए’, इसमें ‘त’ वर्ण की आवृति कई बार हुई है।
S10. Ans. (c):
You may also like to read :