Correct option is A
सही उत्तर: A (हे विधाता, मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें।)
व्याख्या:
वाक्य "हे विधाता, मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें" व्याकरणिक दृष्टि से सबसे शुद्ध है। इसमें "हे विधाता" का प्रयोग सम्बोधन के रूप में हुआ है और फिर "मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें" का सामान्य वाक्य विन्यास है, जो शुद्ध है।
वाक्य "हे विधाता, मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें" व्याकरणिक दृष्टि से सबसे शुद्ध है। इसमें "हे विधाता" का प्रयोग सम्बोधन के रूप में हुआ है और फिर "मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें" का सामान्य वाक्य विन्यास है, जो शुद्ध है।
सभी विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | वाक्य | विश्लेषण |
---|---|---|
A | "हे विधाता, मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें।" | सही उत्तर है, क्योंकि यह वाक्य सही पदक्रम और व्याकरणिक संरचना के साथ है। |
B | "हे विधाता, सद्बुद्धि प्रदान करें मुझे।" | यह वाक्य संरचना में थोड़ी असामान्यता है। "मुझे" को अंत में रखना उपयुक्त नहीं है। |
C | "सद्बुद्धि मुझे, हे विधाता, प्रदान करें।" | यह वाक्य भी सही नहीं है, क्योंकि इसमें शब्दों का पदक्रम उल्टा है और व्याकरणिक दृष्टि से असामान्य है। |
D | "मुझे सद्बुद्धि प्रदान करें, हे विधाता।" | इस वाक्य में "हे विधाता" का अंत में आना थोड़ा असामान्य है, जबकि आदर्श रूप में यह सम्बोधन वाक्य के शुरुआत में आता है। |
अतिरिक्त जानकारी:
जब हम किसी से विनती या प्रार्थना करते हैं, तो सम्बोधन को पहले रखा जाता है, उसके बाद वाक्य का मुख्य भाग आता है। "हे विधाता" एक सम्बोधन है और इसे वाक्य की शुरुआत में ही रखना उपयुक्त होता है।
जब हम किसी से विनती या प्रार्थना करते हैं, तो सम्बोधन को पहले रखा जाता है, उसके बाद वाक्य का मुख्य भाग आता है। "हे विधाता" एक सम्बोधन है और इसे वाक्य की शुरुआत में ही रखना उपयुक्त होता है।