यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021: यूपीएससी मुख्य परीक्षा जीएस I
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) प्रत्येक वर्ष तीन चरणों- प्रारंभिक परीक्षा मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। यूपीएससी मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के पेपर- I में 250 अंक (1750 में से) होते हैं। यूपीएससी मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन के पेपर- I के पाठ्यक्रम में इतिहास (संस्कृति, भारतीय आधुनिक इतिहास एवं विश्व इतिहास), समाज तथा भूगोल (भारत एवं विश्व) जैसे विषय शामिल हैं। पाठ्यक्रम के स्थैतिक भाग की अच्छी समझ रखने वाले उम्मीदवार जीएस पेपर- I के साथ सहज हैं एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन के पेपर- I में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं।
सामान्य अध्ययन पेपर- I प्रश्न पत्र: यूपीएससी मुख्य परीक्षा 2021
नीचे, हम संपूर्ण जीएस पेपर- I प्रश्न पत्र लिखित रूप (टेक्स्ट फॉर्म) एवं प्रतिकृति रूप (इमेज फॉर्म) में भी उपलब्ध करा रहे हैं।
- भक्ति साहित्य की प्रकृति का मूल्यांकन करते हुए भारतीय संस्कृति में इसके योगदान का निर्धारण कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- यंग बंगाल एवं ब्रह्म समाज के विशेष संदर्भ में सामाजिक धार्मिक सुधार आंदोलनों के उत्थान तथा विकास को रेखांकित कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- भारतीय रियासतों के एकीकरण की प्रक्रिया में मुख्य प्रशासनिक मुद्दों एवं सामाजिक सांस्कृतिक समस्याओं का आकलन कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए
- हिमालय क्षेत्र तथा पश्चिमी घाटों में भू-स्खलनों के विभिन्न कारणों का अंतर स्पष्ट कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए
- गोंडवाना लैंड के देशों में से एक होने के बावजूद भारत के खनन उद्योग अपने सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में बहुत कम प्रतिशत का योगदान देते हैं। विवेचना कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए
- शहरी भूमि के उपयोग के लिए जल निकायों के भूमि-उद्धार के पर्यावरणीय प्रभाव क्या है? उदाहरणों सहित समझाइए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- 2021 में गठित ज्वालामुखी विस्फोटों की वैश्विक घटनाओं का उल्लेख करते हुए क्षेत्रीय पर्यावरण पर उनके द्वारा पड़े प्रभाव को बताइए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- भारत को एक उपमहाद्वीप क्यों माना जाता है? विस्तार पूर्वक उत्तर दीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- मुख्यधारा के ज्ञान और सांस्कृतिक प्रणालियों की तुलना में आदिवासी ज्ञान प्रणाली की विशेषता की जांच कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रक्रिया में ‘ गिग इकोनामी’ की भूमिका का परीक्षण कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- नरमपंथियों की भूमिका ने किस सीमा तक व्यापक स्वतंत्रता आंदोलन का आधार तैयार किया? टिप्पणी कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- असहयोग आंदोलन एवं सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के रचनात्मक कार्यक्रम को स्पष्ट कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- “दोनों विश्व युद्धों के बीच लोकतंत्रीय राज्य प्रणाली के लिए एक गंभीर चुनौती उत्पन्न हुई।” कथन का मूल्यांकन कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- विश्व की प्रमुख पर्वत श्रृंखलाओं के संरेखण का संक्षिप्त उल्लेख कीजिए तथा उनके स्थानीय मौसम पर पड़े प्रभाव का सोदाहरण वर्णन कीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- आर्कटिक की बर्फ और अंटार्कटिक के ग्लेशियरों का पिघलना किस तरह अलग-अलग ढंग से पृथ्वी पर मौसम के स्वरूप और मनुष्य की गतिविधियों पर प्रभाव डालते हैं? स्पष्ट कीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- विश्व में खनिज तेल के असमान वितरण के बहुआयामी प्रभावों की विवेचना कीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- भारत के प्रमुख शहरों में 80 उद्योगों के विकास से उत्पन्न होने वाले मुख्य सामाजिक आर्थिक प्रभाव क्या हैं?(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- जनसंख्या शिक्षा के प्रमुख उद्देश्यों की विवेचना करते हुए भारत में इन्हें प्राप्त करने के उपायों पर विस्तृत प्रकाश डालिए।(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- क्रिप्टो करेंसी क्या है? वैश्विक समाज को कैसे प्रभावित करती है? क्या यह भारतीय समाज को भी प्रभावित कर रही है?(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- भारतीय समाज पारंपरिक सामाजिक मूल्यों में निरंतरता कैसे बनाए रखता है? इन में होने वाले परिवर्तनों का विवरण दीजिए।(250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021- यूपीएससी मुख्य परीक्षा सामान्य अध्ययन पेपर-I का विश्लेषण
इतिहास
इतिहास खंड के प्रश्न अपेक्षित तर्ज पर थे एवं जिन उम्मीदवारों ने अच्छी तैयारी की है, वे सभी प्रश्नों को सरलता से हल कर सकते हैं चाहे वह संस्कृति या आधुनिक इतिहास अथवा यहां तक कि विश्व इतिहास के प्रश्न हों। इस खंड से विश्व युद्धों, गांधीजी की रचनात्मक गतिविधियों, भक्ति आंदोलन इत्यादि पर प्रश्न पूछे गए थे।
समाज
इस खंड के प्रश्न मध्यम रूप से कठिन थे क्योंकि कुछ प्रश्नों में आर्थिक आयामों को सामाजिक मुद्दों से जोड़ने का प्रयास किया गया था। उदाहरण के लिए, विश्व एवं भारतीय समाज पर क्रिप्टोकरेंसी के प्रभाव तथा महिला सशक्तिकरण में गिग इकोनॉमी की भूमिका जैसे प्रश्न सामाजिक मुद्दों को अर्थव्यवस्था से जोड़ते हैं। मुद्दे की व्यापक समझ रखने वाले उम्मीदवार यूपीएससी मुख्य परीक्षा 2021 के जीएस पेपर 1 के इस खंड से अच्छे उत्तर लिखने एवं अच्छे अंक प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
भूगोल
सामान्य अध्ययन के पेपर 1 में भूगोल खंड के प्रश्न कठिन थे। एक अच्छे उत्तर को व्यापक रूप से लिखने के लिए कुछ प्रश्नों के लिए वैचारिक एवं तथ्यात्मक ज्ञान दोनों की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, विश्व की प्रमुख पर्वत श्रृंखलाओं के संरेखण और स्थानीय मौसम की स्थिति पर उनके प्रभाव पर प्रश्न। 2021 में ज्वालामुखी विस्फोट की वैश्विक घटना एवं उनके प्रभाव को सूचीबद्ध करने जैसे प्रश्न, उम्मीदवारों की ओर से तथ्यात्मक ज्ञान की अपेक्षा करता है। दूसरी ओर, भारत को उपमहाद्वीप क्यों कहा जाता है एवं शहरी क्षेत्रों (जल निकायों) में भूमि उपयोग परिवर्तन के पर्यावरणीय प्रभाव जैसे अनेक प्रश्नों के लिए संबंधित विषयों की मौलिक समझ की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर, सामान्य अध्ययन (जीएस) पेपर 1 (यूपीएससी मुख्य परीक्षा 2021) अपेक्षित तर्ज पर था। यूपीएससी मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन पेपर 1 में पाठ्यक्रम के प्रत्येक खंड से प्रश्न पूछे गए थे।
यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021 के आगामी पेपरों के लिए उम्मीदवारों को शुभकामनाएं।