यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 22 मार्च 2023 की दैनिक समसामयिकी: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 22 मार्च 2023 के दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं।
वेस्ट टू वेल्थ मिशन
अपशिष्ट से धन मिशन (वेस्ट टू वेल्थ मिशन) चर्चा में क्यों है?
20 मार्च, 2023 को, भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ( प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर/PSA), प्रो. अजय कुमार सूद ने DM-80 ड्रेन मास्टर की कार्रवाई का निरीक्षण करने के लिए दक्षिणी दिल्ली के भोगल मार्केट क्षेत्र का दौरा किया। DM-80 ड्रेन मास्टर मैसर्स क्लीनटेक इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित एक स्व-चालित उभयचर उत्खनक है तथा इसका उपयोग भारत सरकार के पीएसए के कार्यालय के तहत वेस्ट टू वेल्थ मिशन के एक भाग के रूप में बारापुला नाले की सफाई एवं गाद निकालने के लिए किया जा रहा है।
वेस्ट टू वेल्थ मिशन
वेस्ट टू वेल्थ मिशन का नेतृत्व भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (O/o PSA) के कार्यालय द्वारा किया जा रहा है।
- वेस्ट टू वेल्थ मिशन का उद्देश्य शून्य भराव क्षेत्र (लैंडफिल) एवं शून्य अपशिष्ट राष्ट्र प्राप्त करने के लिए आविष्कारशील समाधानों तथा प्रतिमानों को प्रदर्शित करके देश में अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को संवर्धित करना है।
- मिशन का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार का उपयोग करके स्वच्छ भारत मिशन तथा स्मार्ट सिटीज परियोजना को सुदृढ़ करना है।
वेस्ट टू वेल्थ मिशन के तहत स्वच्छता सारथी फेलोशिप
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय के “वेस्ट टू वेल्थ” मिशन ने स्वच्छता सारथी फैलोशिप हेतु आवेदन आमंत्रित किए हैं। फेलोशिप का उद्देश्य छात्रों, सामुदायिक कार्यकर्ताओं/स्व-सहायता समूहों एवं नगरपालिका/सफाई कर्मचारियों को अभिनिर्धारित करना तथा उनका समर्थन करना है जो अपने समुदायों में वैज्ञानिक रूप से एवं धारणीय रूप से अपशिष्ट प्रबंधन में सक्रिय रूप से संलग्न हैं। यह पहल अपशिष्ट प्रबंधन/जागरूकता अभियान/अपशिष्ट सर्वेक्षण/अध्ययन इत्यादि में शामिल युवा नवोन्मेषकों को स्वच्छ सारथी के रूप में सशक्त बनाने के लिए तैयार की गई है ताकि अपशिष्ट/कचरे को कम करने एवं एक हरित ग्रह को प्रोत्साहित करने वाले कार्यों को लागू किया जा सके। फैलोशिप को तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया है:
- श्रेणी-ए: 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए खुला है।
- श्रेणी-बी: महाविद्यालय के छात्रों (पूर्वस्नातक, स्नातक एवं शोध छात्रों) के लिए खुला है।
- श्रेणी-सी: समुदाय में काम करने वाले नागरिकों एवं स्वयं सहायता समूहों, नगरपालिका अथवा स्वच्छता कर्मचारियों के लिए खुला है।
स्वास्थ्य पर्यटन के माध्यम से आयुष उपचार
स्वास्थ्य पर्यटन के माध्यम से आयुष उपचार चर्चा में क्यों है?
हील इन इंडिया कार्यक्रम एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य देश के भीतर चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा आयुष मंत्रालय सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग एवं सर्विसेज एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। साथ में, वे भारत में वन-स्टॉप हील पोर्टल विकसित कर रहे हैं जो चिकित्सा महत्व यात्रा को बढ़ावा देगा।
आयुष उपचार को प्रोत्साहित करने हेतु पहल
आयुष मंत्रालय ने भारत पर्यटन विकास निगम के साथ भागीदारी की है, जो आयुर्वेद एवं अन्य पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में चिकित्सा मूल्य यात्रा को प्रोत्साहित करने हेतु पर्यटन मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
- चिकित्सा एवं कल्याण पर्यटन के लिए राष्ट्रीय रणनीति एवं रोडमैप: पर्यटन मंत्रालय ने चिकित्सा एवं कल्याण पर्यटन के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति एवं रोडमैप विकसित किया है।
- इसमें विभिन्न सरकारी निकाय जैसे आयुष मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय तथा नागरिक उड्डयन मंत्रालय शामिल हैं।
- चिकित्सा महत्व यात्रा के लिए चैंपियन सेवा क्षेत्र योजना: इसके तहत, निजी निवेशक सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों/डे केयर सेंटरों की स्थापना के लिए ब्याज सहायिकी के रूप में वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं जो वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन/NCISM) अधिनियम, 2020 अथवा होम्योपैथी राष्ट्रीय आयोग (नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी/एनसीएच) अधिनियम, 2020 के तहत मान्यता प्राप्त प्रणालियों की पेशकश करते हैं। ।
- चिकित्सा महत्व यात्रा के लिए चैंपियन सेवा क्षेत्र योजना आयुष मंत्रालय द्वारा विकसित एक केंद्रीय क्षेत्र योजना है।
- चिंतन शिविर कार्यक्रम: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने हील इन इंडिया तथा हील बाय इंडिया पहलों को प्रोत्साहित करने हेतु लिए युगलों (जोड़ों) के लिए चिंतन शिविर कार्यक्रम आयोजित किए।
- इन आयोजनों में आयुष मंत्रालय ने भी हिस्सा लिया, जिसके दौरान पर्यटन के माध्यम से भारत में पारंपरिक चिकित्सा को प्रोत्साहित करने हेतु कार्रवाई बिंदुओं की पहचान की गई।
तीसरी सचिवालय सुधार रिपोर्ट डीएआरपीजी द्वारा जारी की गई
सचिवालय सुधार रिपोर्ट चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रीवांसेज/DARPG) ने फरवरी 2023 के लिए निर्धारित ‘सचिवालय सुधार’ रिपोर्ट का तीसरा संस्करण जारी किया है। प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (DARPG) 23 दिसंबर, 2022 को आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान लिए गए निर्णयों के अनुसार “सचिवालय सुधार” पर मासिक रिपोर्ट जारी कर रहा है।
तृतीय सचिवालय सुधार रिपोर्ट की प्रमुख विशेषताएं
फरवरी 2023 के माह के लिए जारी तीसरी सचिवालय सुधार रिपोर्ट की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं-
- फरवरी 2023 में, खेल विभाग, कानूनी मामलों के विभाग एवं पशुपालन तथा डेयरी विभाग को 45 मंत्रालयों/विभागों की सूची में जोड़ा गया, जो पूरी तरह से वि-समस्तरीकृत हैं।
- इसके अतिरिक्त, सभी 75 मंत्रालयों/विभागों, जिन्हें ई-ऑफिस 7.0 माइग्रेशन के लिए नामित किया गया था, ने इस प्रणाली को सफलतापूर्वक अपनाया है, जिसमें जनजातीय मामलों के मंत्रालय, वाणिज्य विभाग तथा सहकारिता मंत्रालय फरवरी 2023 में अभिगमन करने वाले नवीनतम हैं।
- जनवरी 2023 में 89.24% एवं मार्च 2022 में 83.57% की तुलना में फरवरी 2023 में ई-फाइलों के प्रतिशत में भी 89.66% की वृद्धि हुई है।
दैनिक समसामयिकी के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. भारत में सचिवालय सुधार रिपोर्ट कौन जारी करता है
उत्तर. सचिवालय सुधार रिपोर्ट प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रीवांसेज/डीएआरपीजी) द्वारा मासिक रूप से जारी की जाती है।
प्र. हील इन इंडिया प्रोग्राम क्या है?
उत्तर. हील इन इंडिया कार्यक्रम देश में चिकित्सा पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रारंभ की गई एक पहल है। कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों, जैसे कि आयुर्वेद एवं योग तथा आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं को प्रदर्शित करना है ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की मांग करने वाले विदेशी रोगियों को आकर्षित किया जा सके।
प्र. वेस्ट टू वेल्थ मिशन क्या है?
उत्तर. वेस्ट टू वेल्थ मिशन अपशिष्ट/कचरे के कुशल एवं सतत प्रबंधन को प्रोत्साहित करने हेतु भारत सरकार द्वारा प्रारंभ किया गया एक प्रमुख कार्यक्रम है। मिशन का उद्देश्य देश में उत्पन्न अपशिष्ट/कचरे की मात्रा को कम करना, कचरे के पुनर्चक्रण एवं पुन: उपयोग को बढ़ावा देना तथा कचरे से धन उत्पन्न करना है।
प्र. वेस्ट टू वेल्थ मिशन के उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर. वेस्ट टू वेल्थ मिशन का उद्देश्य अपशिष्ट उत्पादन को कम करके, पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) में वृद्धि करके तथा अपशिष्ट का पुन: उपयोग करके एवं कचरे से धन पैदा करके एक चक्रीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करना है। मिशन का उद्देश्य नागरिकों में अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना तथा उन्हें सतत अपशिष्ट प्रबंधन पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।