
निर्देश (1-6): निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
अगर किसी दिन बैल तुम्हारा सोच-समझ अड़ जाए,
चले नहीं, बस, खड़ा-खड़ा गर्दन को खूब हिलाए।
घण्टी टुन-टुन खूब बजेगी, तुम न पास आओगे,
मगर बूँद भर तेल साँझ तक भी क्या तुम पाओगे?
मालिक थोड़ा हँसा और बोला कि पढ़क्कू जाओ,
सीखा है यह ज्ञान जहाँ पर, वहीं इसे फैलाओ।
यहाँ सभी कुछ ठीक-ठाक है, यह केवल माया है,
बैल हमारा नहीं अभी तक मंतिख पढ़ पाया है।
Q1. शब्द ‘साँझ’ का समानार्थक शब्द है
(a) भोर
(b) सूर्यास्त
(c) प्रातःकाल
(d) सूर्योदय
Q2. ‘बूँद भर’ का तात्पर्य है
(a) एक बूँद
(b) काफी कम
(c) बिल्कुल नहीं
(d) स्पष्ट नहीं कहा जा सकता
Q3. मालिक पढ़क्कू की किस बात पर हँसा?
(a) बैल को सिखाने की बात पर
(b) यदि बैल खड़ा-खड़ा गर्दन को हिलाए
(c) बैल अभी एक मंतिख नहीं पढ़ पाया है
(d) तुम साँझ तक एक बूँद भी तेल नहीं पाओगे
Q4. ‘माया’ शब्द प्रयुक्त है
(a) बैल के व्यवहार के लिए
(b) तेल के लिए
(c) धन के लिए
(d) किताबी ज्ञान के लिए
Q5. आपके अनुसार इस कविता का नायक कौन है?
(a) मालिक
(b) पढ़क्कू
(c) बैल
(d) इनमें से कोई नहीं
Q6. उपरोक्त पद्यांश में ‘खड़ा-खड़ा’ शब्द में कौन-सा समास है?
(a) तत्पुरुष
(b) कर्मधारय
(c) अव्ययीभाव
(d) द्विगु
Q7. “अंधायुग” किसकी रचना है?
(a) नरेश मेहता
(b) मोहन राकेश
(c) दुष्यंत कुमार
(d) धर्मवीर भारती
Q8. ‘ईप्सित’ शब्द का विलोम शब्द है-
(a) अभीप्सित
(b) अनीप्सित
(c) अधीप्सित
(d) कुप्सित
Q9. हिंदी की आदि जननी है-
(a) पालि
(b) संस्कृत
(c) प्राकृत
(d) अपभ्रंश
Q10. ‘चारु चंद की चंचल किरणें, खेल रही थीं जल-थल में’, इन पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?
(a) यमक
(b) उपमा
(c) अनुप्रास
(d) श्लेष
Solutions
S1. Ans.(b)
S2. Ans.(b)
S3. Ans.(b)
S4. Ans.(d)
S5. Ans.(b)
S6. Ans.(c)
S7. Ans. (d): “अंधायुग” के रचनाकार धर्मवीर भारती हैं।
S8. Ans. (b): ‘ईप्सित’ शब्द का विलोम शब्द है- अनीप्सित। ईप्सित शब्द का अर्थ है- जिसकी इच्छा की गई हो, अभिलाषित।
S9. Ans. (b): हिंदी की आदि जननी संस्कृत भाषा है।
S10. Ans. (c): ‘चारु चंद की चंचल किरणें, खेल रही थीं जल-थल में’, इन पंक्तियों में अनुप्रास अलंकार है।