
निर्देश (1-2): अशुद्ध शब्द पहचानिए
Q1.
(a) एैनक
(b) दैनिक
(c) हानि
(d) नुकसान
Q2.
(a) तृष्ना
(b) कृष्ण
(c) तृष्णा
(d) नमस्कार
निर्देश (3-4): सही संधि विच्छेद पहचानिए
Q3.
(a) जगत् + नाथ = जगन्नाथ
(b) जगन + नाथ = जगन्नाथ
(c) जग + नाथ = जगन्नाथ
(d) जगतन + नाथ = जगन्नाथ
Q4.
(a) दिग + दर्शन = दिग्दर्शन
(b) दिक् + दर्शन = दिग्दर्शन
(c) जग + दीश = जगदीश
(d) कंठों + ओष्ठ = कंठोओष्ठ
निर्देश (5-10): कविता को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दें।
हरा भरा हो जीवन अपना स्वस्थ रहे संसार,
नदियां, पर्वत, हवा पेड़ से आती है बहार।
बचपन, कोमल तनम न लेकर,
आए अनुपन जीवन लेकर,
जग से तुम और तुमसे है ये प्यारा संसार,
हरा भरा हो जीवन अपना स्वस्थ रहे संसार,
वृंद लताएं, पौधे, डाली
चारों ओर भरे हरियाली
मन में जगे उमंग यही है सृष्टि का उपहार,
हरा भरा हो जीवन अपना स्वस्थ रहे संसार,
मुश्किल से मिलता है जीवन,
हम सब इसे बनाएं चंदन
पर्यावर सुरक्षित न हो तो है सब बेकार
हरा भरा हो जीवन अपना स्वस्थ रहे संसार
Q5. हरे भरे जीवन का अर्थ है
(a) पेड़ पौधों से घिरा जीवन
(b) हरे रंगों से भरा जीवन
(c)हरियाली युक्त जीवन
(d) खुशियों से परिपूर्ण जीवन
Q6. कौन सी चीजें बहार लेकर आती हैं?
(a) नदियों की आवाज
(b) पहाड़ों का चोटियां
(c) समस्त प्राकृतिक उपदान
(d) पेड़ों की हवा
Q7. कवि ने सृष्टि का उपहार किसे कहा है?
(a) वृंद लताएं
(b) हरा भरा जीवन
(c) प्राकृतिक सुंदरता और उससे उत्पन्न होने वाली खुशी
(d) पौधे व डालियाँ
Q8. कवि यह संदेश देना चाहता है कि
(a) जीवन रसमय है
(b) पर्यावरण सरंक्षण में ही जीवन सुरक्षित है
(c) प्रकृति में पेड़ पौधे, नदियां, पर्वत शामिल हैं
(d) पेड़ लगाना हमारा कर्तव्य
Q9. ‘जग से तुम और तुम से है ये प्यारा संसार’ पंक्ति के माध्यम से कवि कहना चाहता है कि
(a) व्यक्ति और संसार – दोनों का अस्तित्व एक दूसरे पर निर्भर करता है
(b) संसार चलाने के लिए व्यक्तियों की आवश्यकता होती है
(c) व्यक्ति का अस्तित्व संसार से स्वतत्रं है
(d) संसार का अस्तित्व व्यक्तियों से स्वतत्रं है
Q10. अनुपम से अभिप्राय है
(a) सुखद
(b) आनंदमय
(c) मनोहारी
(d) जिसकी उपमा न दी जा सके
Solutions
S1. Ans.(a)
S2. Ans.(a)
S3. Ans.(a)
S4. Ans.(b)
S5. Ans.(d)
S6. Ans.(c)
S7. Ans.(c)
S8. Ans.(b)
S9. Ans.(a)
S10. Ans.(d)