Directions (1-5) : निम्नलिखित प्रश्नों में, अनुच्छेदों (गद्यांशों) पर आधारित पाँच-पाँच प्रश्न दिये गये हैं. अनुच्छेदों को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिये गये विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए.
मानव-जीवन के आदिकाल में अनुशासन की कोई संकल्पना नहीं थी और न आज की भाँति बडे़-बडे़ नगर या राज्य ही थे. मानव जंगल में रहता था. ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ वाली कहावत उसके जीवन पर पूर्णतः चरितार्थ होती थी. व्यक्ति पर किसी भी नियम का बन्धन या किसी प्रकार के कर्तव्यों का दायित्व नहीं था. किन्तु इतना स्वतंत्र और निरकुंश होते हुए भी मानव प्रसन्न नहीं था. आपसी टकराव होते थे, अधिकारों-कर्तव्यों में संघर्ष होता था और नियमों की कमी उसे खलती थी. धीरे-धीरे उसकी अपनी ही आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए समाज और राज्य का उद्भव और विकास हुआ. अपने उद्देश्य की सिद्धि एवं आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मानव ने अन्ततः कुछ नियमों का निर्माण किया, उनमें से कुछ नियमों के पालन करवाने का अधिकार राज्य को और कुछ का अधिकार समाज को दे दिया गया. व्यक्ति के बहुमुखी विकास में सहायक होने वाले इन नियमों का पालन ही अनुशासन कहलाता है. अनुभव सबसे बड़ा शिक्षक होता है. समाज ने प्रारम्भ में अपने अनुभवों से ही अनुशासन के इन नियमों को सीखा, विकसित किया और सुव्यवस्थित किया होगा.
Q1. गद्यांश में रेखांकित शब्द से आशय ऐसे व्यक्ति से क्या तात्पर्य है-
(a) जो किसी व्यवस्था को न माने
(b) जिसका व्यवहार कुश जैसा न हो
(c) जो अहं भावना से ग्रस्त हो
(d) जो निरपराध एवं निरभिमान हो
Q2. ‘अनुशासन’ से अभिप्राय है-
(a) शासन द्वारा निर्धारित नियमों की पहचान और परख
(b) व्यक्ति द्वारा अपने बहुमुखी विकास के लिए बनाये गये सामाजिक नियमों का पालन
(c) प्रज्ञा पर शासक का पूर्णरूप से नियंत्रण जिससे राजव्यवस्था सुचारू बन सके
(d) शासित द्वारा शासक के आदेशों का सम्यक् रूप से पालन
Q3. इस गद्यांश का सर्वाधिक उपयुक्त शीर्षक हो सकता है-
(a) जीवन का उद्देश्य
(b) अनुशासन की संकल्पना
(c) जिसकी लाठी उसकी भैंस
(d) आवश्यकता अविष्कार की जननी है
Q4. आदिकाल में मानव प्रसन्न नहीं था, क्योंकि-
(a) उस काल में सामाजिक नियमों का निर्धारण नहीं हुआ था
(b) वह नगरों में न रहकर जंगलों में रहता था
(c) उसकी जीवन-आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो पाती थी
(d) उसका जीवन और रहन-सहन सरल न था
Q5. इस गद्यांश का प्रतिपाद्य है कि मनुष्य को-
(a) आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पशु बल का प्रयोग करना चाहिए
(b) अधिकारों के लिए संघर्ष करना चाहिए
(c) सामाजिक नियमों का पालन करना चाहिए
(d) स्वतंत्र और निरंकुश होना चाहिए
Directions (6-10): नीचे प्रत्येक प्रश्न में (a), (b), (c) और (d) क्रमांक में चार शब्द दिए गए हैं जिनमें से एक में वर्तनी संबंधी त्रुटि हो सकती है। उस त्रुटियुक्त शब्द का क्रमांक ही आपका उत्तर होगा।
Q6.
(a) चूल्लू
(b) जीविका
(c) ठिठोली
(d) तकली
Q7.
(a) नजरिया
(b) पंडीताइ
(c) फरियादी
(d) बधाई
Q8.
(a) प्रकाशकीय
(b) फाल्गुन
(c) बधिर
(d) भोतिक
Q9.
(a) हौसला
(b) स्वीकृति
(c) व्यवासायिक
(d) लिपाई
Q10.
(a) फलित
(b) बटोही
(c) भजनीक
(d) सभी सही हैं
Solutions:
S1. Ans. (a)
Sol.जो किसी व्यवस्था को न माने
S2. Ans. (b)
Sol.व्यक्ति द्वारा अपने बहुमुखी विकास के लिए बनाये गये सामाजिक नियमों का पालन
S3. Ans. (b)
Sol.अनुशासन की संकल्पना
S4. Ans. (a)
Sol.उस काल में सामाजिक नियमों का निर्धारण नहीं हुआ था
S5. Ans. (c)
Sol.सामाजिक नियमों का पालन करना चाहिए
S6. Ans. (a)
S7. Ans. (b)
S8. Ans. (d)
S9. Ans. (c)
S10. Ans. (d)