हिंदी भाषा CTET परीक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है इस भाग को लेकर परेशान होने की जरुरत नहीं है .बस आपको जरुरत है तो बस एकाग्रता की. ये खंड न सिर्फ CTET Exam (परीक्षा) में एहम भूमिका निभाता है अपितु दूसरी परीक्षाओं जैसे UPTET, KVS,NVS DSSSB आदि में भी रहता है, तो इस खंड में आपकी पकड़, आपकी सफलता में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.CTET ADDA आपके इस चुनौतीपूर्ण सफ़र में हर कदम पर आपके साथ है।
Q1. भाषा और लिपि के संदर्भ में कौन-सा कथन सही है?
(a) एक भाषा विशेष एक लिपि में ही लिखा जा सकता है।
(b) भाषा की समृद्धि के लिए लिपि उत्तरदायी नहीं है।
(c) किसी भी भाषा को किसी भी लिपि में लिखा जा सकता है।
(d) उपरोक्त में कोई नहीं
Q2. वाइगोत्स्की ने भाषा-विकास के संदर्भ में किस बिन्दु पर सबसे अधिक बल दिया है?
(a) सामाजिक अंत: क्रिया पर
(b) अनुकरण पर
(c) मस्तिष्क पर
(d) पाठ्य-पुस्तक पर
Q3. सामाजिक व्यवहार के__________व सांस्कृतिक पैटर्न (नमूने) अवचेतन स्तर पर ग्रहण किए जाते हैं।
(a) आर्थिक
(b) राजनैतिक
(c) भाषिक
(d) व्यवहारिक
Q4. प्रत्येक भाषा की पृष्ठभूमि में अवस्थित भाषिक-व्यवस्था ही________ और कार्यक्रमों को गढ़ती है तथा व्यक्ति के मानसिक क्रियाकलाप के लिए निर्देशन का कार्य करती है।
(a) मर्यादाओं
(b) सामाजिक
(c) चुनौतियों
(d) धारणाओं
Q5. भाषा-शिक्षक की भूमिका में महत्त्वपूर्ण यह है कि वह
(a) पाठ्य-पुस्तक को ही आकलन का एकमात्र आधार माने
(b) पाठ्य-पुस्तक को समय-सीमा के भीतर पूर्ण करा दे
(c) पाठ्य-पुस्तक की सीमा से स्वतंत्र होकर विविध संदर्भो में भाषा-प्रयोग को महत्व दे
(d) पाठ्य-पुस्तक आधारित आकलन के स्थान पर स्वयं बहुविकल्पी तैयार करे
Q6. आगमन विधि में हम बढ़ते हैं।
(a) व्याकरण से भाषा की ओर
(b) नियम से उदाहरणों की ओर
(c) उदाहरणों से नियम की ओर
(d) भाषा से व्याकरण की ओर
Q7. वाइगोत्सकी के अनुसार किसी शब्द का अर्थ
(a) वक्ता पर निर्भर होता है ।
(b) शब्दकोश के अनुसार होता है।
(c) सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ से उपजता है।
(d) व्याकरण-आधारित होता है ।
Q8. निम्नलिखित वाक्य में रिक्त स्थानों के लिए उपयुक्त शब्दों वाला विकल्प चुनिए।
“______________ में बोली जाने वाली, _____________ के बीच और पड़ोस की भाषाओं तथा ______________में प्रयुक्त की जाने वाली भाषा के बीच के फासलों को पाटने का भरपूर प्रयास किया जाना चाहिए।”
(a) समुदाय, दोस्तों, साहित्य
(b) स्कूल, समुदाय, पाठ्य-पुस्तक
(c) घर, दोस्तों, स्कूल
(d) घर, समुदाय, पाठ्य-पुस्तक
Q9 “भाषा सीखने की क्षमता जन्मजात होती है। “ यह विचार किसकी देन है?
(a) थॉर्नडाइक
(b) स्किनर
(c) पावलोव
(d) चॉम्स्की
Q10. बच्चों में सृजनात्मक अभिव्यक्ति का विकास करने के लिए सर्वश्रेष्ठ विधि है
(a) भूकंप आने पर जो तबाही हुई उसके बारे में अपने अनुभव लिखना
(b) दो दिन के अवकाश के लिए पत्र लिखवाना
(c) मेरा आदर्श विद्यालय पर निबंध लिखवाना
(d) पढ़ी गई कहानी को दोहराना
Answers
S1. Ans.(c);
Sol. लिपि केवल चिह्न मात्र है। अत: किसी भी भाषा को किसी में लिपि में लिखा जा सकता है। उदाहरण के लिए हिन्दी को अंग्रेजी की लिपि रोमन में इस प्रकार “Hindi” लिखा जाता है।
S2. Ans.(a);
Sol. वाइगोत्स्की के अनुसार भाषा विकास अकेले नहीं हो सकता। यह सामाजिक क्रियाओं पर भी निर्भर होता है।
S3. Ans.(c)
Sol. भाषा-शिक्षण में सामाजिक व्यवहार के भाषिक व सांस्कृतिक पैटर्न अवचेतन स्तर पर ग्रहण किए जाते हैं। अवचेतन स्तर चेतन तथा अचेतन के बीच का स्तर है। इस स्तर पर बच्चे अनुकरण के माध्यम से स्वतः ही सामाजिक क्रियाएँ सीख जाते हैं।
S4. Ans.(d);
Sol. सभी भाषाओं की अपनी एक धारणा होती है। उन धारणाओं के आधार पर व्यक्ति भाषा का प्रयोग करता है।
S5. Ans.(c);
Sol. भाषा-शिक्षण को केवल पाठ्य-पुस्तक तक सीमित कर देना बालकों के भाषा-ज्ञान का उचित विकास करने में सहायक नहीं होता। अतः शिक्षक को चाहिए कि वह बालकों को पाठ्य-पुस्तक के अलावा भाषा का प्रयोग कहाँ और किस प्रकार किया जाता है इसका भी ज्ञान दे।
S6. Ans.(c);
Sol. आगमन विधि में शिक्षक बालकों को पहले विषय पर आधारित उदाहरण देता है, उसके बाद उस पर विस्तृत चर्चा करके बालकों से विषय सम्बंधित नियम निकलवाए जाते हैं।
S7. Ans.(c)
Sol. वाइगोत्सकी के अनुसार बालक के भाषा विकास पर उसके सामाजिक परिवेश में बोली जाने वाली भाषा का महत्त्वपूर्ण प्रभाव होता है। इसलिए बालक या व्यक्ति द्वारा बोले गए शब्द का अर्थ उसके सामजिक-सांस्कृतिक सन्दर्भ के अनुसार लगाया जा सकता है।
S8. Ans.(c);
Sol. बालक के घर में, दोस्तों तथा स्कूल में बोली जाने वाली भाषा में अंतर पाया जाता है। भाषा-शिक्षण के द्वारा इस अंतर को कम किये जाने का प्रयास किया जाना चाहिए।
S9. Ans.(d);
Sol. नोआम चॉम्स्की के अनुसार “बालको में भाषा-अर्जन की क्षमता जन्मजात होती है जिसके द्वारा बालक भाषा के व्याकरण को स्वयं सीखकर प्रयोग में लाता है।
S10. Ans.(a)
Sol. बच्चे में सृजनात्मक अभिव्यक्ति के । विकास के लिए शिक्षक को चाहिए कि वह बालक को उसके अनुभवों या विचारों को लिखकर अभिव्यक्त करने का अवसर दें। इस कार्य में बालक रूचि के साथ अपने विचारों को लिखित रूप में प्रस्तुत करता है और साथ ही अपने विचारों को प्रभावी तौर पर प्रस्तुत करने के लिए अपनी सृजनात्मक शक्ति का प्रयोग भी करता है।