हिंदी भाषा CTET परीक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है इस भाग को लेकर परेशान होने की जरुरत नहीं है .बस आपको जरुरत है तो बस एकाग्रता की. ये खंड न सिर्फ CTET Exam (परीक्षा) में एहम भूमिका निभाता है अपितु दूसरी परीक्षाओं जैसे UPTET, KVS,NVS DSSSB आदि में भी रहता है, तो इस खंड में आपकी पकड़, आपकी सफलता में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.CTET ADDA आपके इस चुनौतीपूर्ण सफ़र में हर कदम पर आपके साथ है।
निर्देश(1-10) नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
पुरुषार्थ दार्शनिक विषय है, पर दर्शन का जीवन से धनिष्ठ सम्बन्ध है। वह थोड़े-से विद्यार्थियों का पाठ्य-विषय मात्र नही है। प्रत्येक समाज को एक दार्शनिक मत स्वीकार करना होगा। उसी के आधार पर उसकी राजनीतिक, सामाजिक और कौटुम्बिक व्यवस्था का व्यूह खड़ा होगा। जो समाज अपने वैयक्तिक और सामूहिक जीवन को केवल प्रतीयमान उपयोगिता के आधार पर चलाना चाहेगा, उसको बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। एक विभाग के आदर्श दूसरे विभाग के आदर्श से टकराएँगे। जो बात एक क्षेत्र से ठीक जँचेगी वही दूसरे क्षेत्र में अनुचित कहलाएगी और मनुष्य के लिए अपना कर्तव्य स्थिर करना कठिन हो जाएगा। इसका तमाशा आज दीख पड़ा रहा है। चोरी करना बुरा है, पर पराए देश का शोषण करना बुरा नहीं। झूठ बोलना बुरा है, पर राजनीति क्षेत्र में सच बोलने पर अड़े रहना मूर्खता है। घरवालों के साथ, देशवासियों के साथ और परदेशियों के साथ बर्ताव करने के लिए अलग-अलग आचारावलियाँ बन गई हैं। इससे विवेकशील मनुष्य को कष्ट होता है।
Q1.सामाजिक व्यवस्था को चलाने के लिए आवश्यक होती है
(a) आचार संहिता बनाने की
(b) विशेषज्ञ दर्शन बनाने की
(c) विशेघाभासों दूर करने की
(d) एक सफल रणनीति बनाये की
Q2.समाज की लिए दर्शन महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि
(a) इससे समसज की व्यवस्था संचालित होती है
(b) इससे सामाजिक जीवन की उपयोगिता में वृद्धि होती है
(c) यह समाज को सही दृष्टि प्रदान करता है
(d) इससे राजनीति की रणनीति निर्धारित होती है
Q3. समाज में जीवन उपयोगिता के आधार पर नहीं चल सकता, क्योंकि
(a) सभी व्यक्तियों का जीवन दर्शन भिन्न होता है
(b) आचार सहिताएँ सभी के लिए अलग-अलग हैं
(c) एक ही बात भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में उचित या अनुचित हो सकता है
(d) सभी मनुष्य विवेकशील नहीं होते
Q4.विवेकशील मनुष्य को कष्ट पहुँचाने वाले विरोधाभास हैं
(a) सभी व्यक्तियों पर एक ही दर्शन थोपने का प्रयास
(b) परिवार, देश और विदेशों के लोगों के लिए पृथक् आचार संहिता
(c) समाज विशेष के लिए नैतिक मूल्य और नियमों का निर्धारण
(d) दर्शन के अनुसार राजनीतिक, सामाजिक व पारिवारिक व्यवस्था का निर्धारण
Q5.उपरोक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है
(a) समाज और दर्शन
(b) दर्शन और सामाजिक आचरण
(c) दर्शन और समाजिक व्यवस्था
(d) समाज में दर्शन का महत्त्व
Q6.कौटुम्बिक का समानार्थी है
(a) रिहायशी
(b)पारिवारिक
(c) वैयक्तिक
(d) ये सभी
Q7.विवेकशील में शील है
(a) प्रत्यय
(b) उपसर्ग
(c) परसर्ग
(d) इनमें से कोई नहीं
Q8.पुरुषार्थ शब्द में है
(a) दीर्घ सन्धि
(b) वृद्धि सन्धि
(c) गुण सन्धि
(d) व्यंजन सन्धि
Q9. ‘किसी बात पर अड़़े रहना’ के लिए एक शब्द क्या होगा?
(a) अडिग
(b) अचल
(c) दृढ़ता
(d) इनमें से कोई नहीं
Q10. कौटुम्बिक का अर्थ है
(a)सांसारिक
(b) पारिवारिक
(c) सामाजिक
(d) ग्रामीण
Answer Key
S1. Ans.(b)
S2. Ans.(a)
S3. Ans.(c)
S4. Ans.(b)
S5. Ans.(c)
S6. Ans.(b)
S7. Ans.(a)
S8. Ans.(d)
S9. Ans.(a)
S10. Ans.(b)