
हिंदी भाषा TET परीक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है इस भाग को लेकर परेशान होने की जरुरत नहीं है .बस आपको जरुरत है तो बस एकाग्रता की. ये खंड न सिर्फ CTET Exam (परीक्षा) में एहम भूमिका निभाता है अपितु दूसरी परीक्षाओं जैसे UPTET, KVS ,NVS, DSSSB आदि में भी रहता है, तो इस खंड में आपकी पकड़, आपकी सफलता में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.TEACHERSADDA आपके इस चुनौतीपूर्ण सफ़र में हर कदम पर आपके साथ है।
Q1. हिन्दी भाषा में सतत और व्यापक आकलन का उद्देश्य यह जानना है किः
(a) बच्चे क्या नहीं जानते
(b) बच्चे किस तरह की त्रुटियाँ करते हैं
(c) बच्चे कैसे सीखते हैं
(d) बच्चों को अगली कक्षा मे प्रोन्नत किया जाए अथवा नहीं
Q2. ‘बच्चों में भाषा सीखने की जन्मजात योग्यता होती है।‘ यह विचार हैः
(a) पैवलाव का
(b) नाॅमचाॅम्सकी का
(c) वाइगोत्स्की का
(d) पाणिनी का
Q3. एक भाषा शिक्षक के रूप में आपका क्या दायित्व है?
(a) बच्चों को भाषा सीखने का समृद्ध वातावरण उपलब्ध कराना
(b) बच्चों को सीचाने के तरीकों के बारे मे जानना ताकि उसी के अनुरूप शिक्षण कार्य संपादित किया जा सकें
(c) बच्चों द्वारा की जाने वाली त्रुटियाँ के कारणों की पहचान करते हुए उपर्युक्त उपचार करना
(d) इनमें से सभी
Q4. ‘‘बच्चे अपने समाज- सांस्कृतिक परिवेश से अर्थ ग्रहण करते हैं।’’ यह विचार हैः
(a) पैवलाव का
(b) चाॅम्स्की का
(c) स्किनर का
(d) वाइगोत्स्की का
Q5. प्रिंट/मुद्रित अथवा लिखित भाषित परिेवेशः
(a) भाषा सीखने में सहायक नहीं है
(b) भाषा सीखने मे सहायक है
(c) समय और ऊर्जा की बचत है
(d) बच्चों को मनोरंजन करता है
Q6. व्याकरण शिक्षण का आगमन विधि में:
(a) नियम से उदाहरण की ओर जाते हैं
(b) उदाहरण से नियम की ओर जाते हैं
(c) सूत्र कंठस्थ कराते हैं
(d) पाठ्य-पुस्तक का प्रयोग करते हैं
Q7. भाषा के आधारभूत कौशल:
(a) एक क्रम से सीखे जाते हैं
(b) अंतः संबंधित हैं
(c) विद्यालय में ही सीखे जाते हैं
(d) अंतः संबंधित नहीं होते हैं
Q8. हिन्दी भाषा सीखने में पाठ्य-पुस्तक
(a) साध्य है
(b) साधन है
(c) एकमात्र संसाधन है
(d) इनमें से कोई नहीं
Q9. तन्वी जब भी प्रश्न का उत्तर देने के लिए खड़ी होती हैए वह बोलने में हकलाने लगती है- इसका कारण है:
(a) उसे बोलना नहीं आता
(b) आत्मविश्वास के साथ बोलने की योग्यता नहीं रखती
(c) औपचारिक स्थितियों में बोलने में वह मनोवैज्ञानिक दबाव महसूस करती है
(d) (2) और (3) दोनों
Q10. सुहैल की मातृभाषा भोजपुरी है। वह हिन्दी वाक्य लिखते समय अक्सर ‘ने’ का सही प्रयोग नहीं करता, इसका संभावित कारण क्या है?
(a) सुहैल हिन्दी भाषा नहीं जानता
(b) वह लापरवाह है
(c) वह ध्यान से नहीं लिखता
(d) यह उसकी मातृभाषा का प्रभाव हे, जहाँ बोलते समय अक्सर आवश्यक स्थितियों में ‘ने’ का प्रयोग नहीं किया जाता
Solutions
S1. Ans.(c)
Sol. हिन्दी भाषा में सतत् और व्यापक आकलन का उद्देश्य यह जानना है कि बच्चे कैसे सीखते हैं।
S2. Ans.(b)
Sol. नाॅम चाॅम्स्की का विचार है कि बच्चों में भाषा सीखने का जन्मजात योग्यता होती है।
S3. Ans.(d)
Sol. एक भाषा शिक्षक के रूप में बच्चों द्वारा की जाने वाली त्रुटियों के कारणों की पहचान करते हुए उपयुक्त उपचार करना।
S4. Ans.(d)
Sol. वाइगोत्स्की का विचार है कि बच्चे अपने समाज-सांस्कृतिक परिवेश से अर्थ ग्रहण करते है।
S5. Ans.(b)
Sol. मुद्रित अथवा लिखित भाषित परिवेश भाषा सीखने में सहायक हैं।
S6. Ans.(b)
Sol. व्याकरण शिक्षण की आगमन विधि में उदाहरण से नियम की ओर जाते हैं
S7. Ans.(b)
Sol. भाषा के आधारभूत कौशल अंतः संबंधित हैं।
S8. Ans.(b)
Sol. हिन्दी भाषा सीखने में पाठ्य-पुस्तक साधन है।
S9. Ans.(d)
Sol. अधिकांशतः बोलते समय हकलाने का कारण आत्मविश्वास के साथ बोलने की योग्यता न होना एवं औपचारिक स्थितियों में बोलने में वह मनोवैज्ञानिक दबाव महसूस होता हैं।
S10. Ans.(d)
Sol. सुहैल द्वारा ‘ने’ का सही प्रयोंग नहीं करना उसकी मातृभाषा भोजपुरी का प्रभाव है क्योंकि यहाँ बोलते सयम अक्सर आवश्य स्थितियों में ‘ने’ का प्रयोग नहीं किया जाता है।
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