Directions (1-10): नीचे दिए गए परिच्छेद में कुछ रिक्त स्थान छोड़ दिए गए हैं तथा उन्हें प्रश्न संख्या से दर्शाया गया है। ये संख्याएँ परिच्छेद के नीचे मुद्रित हैं, और प्रत्येक के सामने (a), (b), (c), (d) और (e) विकल्प दिए गए हैं। इन पाँचों में से कोई एक रिक्त स्थान को पूरे परिच्छेद के संदर्भ में उपयुक्त ढंग से पूरा कर देता है। आपको वह विकल्प ज्ञात करना है और उसका क्रमांक ही उत्तर के रूप में दर्शाना है। आपको दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन करना है।
वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर पृथ्वी की जलवायु में होने वाले परिवर्तन चिंता का विषय बने हुए हैं। ये परिवर्तन पृथ्वी के भीतर होने वाली उथल-पुथल के कारण तो हो ही रहे हैं, पृथ्वीवासियों की ऐसी गतिविधियों के कारण भी हो रहे हैं, जो जलवायु पर (1) असर डालती है। वास्तव में ग्रीन हाउस गैसों से भरी और अनियंत्रित उत्सर्जन से पृथ्वी गर्म हो रही है जिसे ‘ग्लोबल वार्मिंग’ के नाम से जाना जाता है। इसका कारण बड़ी-बड़ी मिलों और फैक्ट्रियों की चिमनियों से निकलने वाला प्रदूषणकारी धुआँ है। इससे पृथ्वी की ओज़ोन परत को हानि पहुँच रही है। ग्रीन हाऊस गैसों का यह बेलगाम (2) पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है और पृथ्वी पर जीवन के लिए गम्भीर समस्या बन चुका है।
पृथ्वी के भीतर की घटनाओं पर तो हमारा नियंत्रण नहीं है पर ऐसी गतिविधियों पर तो लगाम लगाई जा सकती है जो हमारे बस में है। इस गम्भीर खतरे का (3) हल निकालने के लिए वैश्विक स्तर पर कई प्रयास किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले बीस (4) के बीच ग्रीन हाउस गैसों पर नियंत्रण कर भविष्य में ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के उपायों पर सहमति बनाना, जलवायु परिवर्तन पर (5) के लिए कार्ययोजना का खाका तैयार करना तथा इन गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए विकसित और विकासशील देशों के बीच लम्बी (6) की रणनीति बनाना शमिल है। इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम ‘क्योटो प्रोटोकोल’ है।
क्योटो प्रोटोकोल एक अन्तराष्ट्रीय (7) है जिसका मुख्य लक्ष्य औद्योगिक देशों में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करना है। ग्लोबल वार्मिंग के लिए (8) रूप से जिम्मेदार ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए किए गए इस करार में औद्योगिक देशों से ये प्रयास अपेक्षित हैं कि वे विकासशील देशों में इन गैंसों के उत्सर्जन से (9) परियोजनाओं को बढ़ावा दें। इसके लिए वे उन योजनाओं को वित्त उपलब्ध कराएँ जो हानिकारक गैसों का उत्सर्जन नहीं करती हों। इस सम्बन्ध में यह उल्लेखनीय है कि उक्त प्रोटोकोल में ऐसे देशों को (10) करने की व्यवस्था की गई है, जो एक अनुमत अधिकतम सीमा से ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उत्सर्जन करते हैं। साथ ही, ऐसे देशों को लाभ पहुँचाने की व्यवस्था भी की गई है, जो वास्तव में इन गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने वाली परियोजनाओं में निवेश करते हैं।
Q1.
(a) गहरा
(b) बुरा
(c) अनुकूल
(d) विपरीत
(e) बहुत
Q2.
(a) हानि
(b) उत्सर्जन
(c) विसर्जन
(d) प्रत्यावर्तन
(e) विकिरण
Q3.
(a) ठोस
(b) सूक्ष्म
(c) आसान
(d) सस्ता
(e) लाभदायक
Q4.
(a) कारणों
(b) रसायनों
(c) प्रतिनिधियों
(d) संगठनों
(e) देशों
Q5.
(a) निदान
(b) समाधान
(c) नियंत्रण
(d) अवसर
(e) प्रतियोगिता
Q6.
(a) अवधि
(b) अवधी
(c) सावधि
(d) महौषधि
(e)वार्ता
Q7.
(a) साकार
(b) विकार
(c) करार
(d) विचार
(e) संस्था
Q8.
(a) पूर्ण
(b) आंशिक
(c) मार्मिक
(d) विशेष
(e) विख्यात्
Q9.
(a) दूर
(b) पूर्ण
(c) सहित
(d) रहित
(e) संभावित
Q10.
(a) पुरस्कृत
(b) दंडित
(c) अलग
(d) बहाल
(e) मिलान
Solutions:
S1 Ans. (d)
S2 Ans. (b)
S3 Ans. (a)
S4 Ans. (e)
S5 Ans. (c)
S6 Ans. (a)
S7 Ans. (c)
S8 Ans. (d)
S9 Ans. (d)
S10 Ans. (b)