
निर्देश: (1-5):अपठित पद्यांश: निम्नलिखित पद्यांश के आधार पर उत्तर दीजिएः
मैं जीवन का भीषण दुर्दम – 1
प्रलयंकर तुफान लिए हूँ – 2
अपने दिल में मर मिटने का – 3
मैं स्वर्णिम अरमान लिए हूँ – 4
जिसको सुन रिपु के दिल टुटे – 5
मैं वह गौरवगान लिए हूँ – 6
मुझे मृत्यु – भय ? अरे हथेली – 7
पर मैं अपनी जान लिए हँू। – 8
Q1. ऊपर के दो चरणों में नाद सौन्दर्य की उपस्थिति है-
(a) मैं, हुँ शब्दों के कारण
(b) जीवन और स्वर्णिम शब्दों के कारण
(c) दुर्दम और प्रलयंकर शब्दों के कारण
(d) बिना कारण के
Q2. कवि के काव्यांश में कौन-से गुण का प्रयोग किया है?
(a) ओज गुण
(b) माधुर्य गुण
(c) प्राची गुण
(d) सुदर्शन गुण
Q3. कवि गौरववान क्यों कर रहा है?
(a) शत्रुओं की हिम्मत तोड़ने हेतू
(b) दिल बहलाने हेतू
(c)नर्तन करने हेतू
(d)ईश्वर को प्रसन्न करने हेतू
Q4. काव्यांश की अंतिम दो पंक्तियों में कवि की भावना प्रकट होती है-
(a) कायरता की
(b) बहादुरी की
(c) प्यार की
(d) पलायन की
Q5. कवि दिल में किस प्रकार का स्वर्णिम अरमान लिए है?
(a) भाग जाने का
(b) आत्मसमर्पण करने का
(c) पुष्प देने का
(d) मर-मिटने का
Q6. ‘तिरस्कार’ शब्द में कौन-सी सन्धि प्रयुक्त हुई है?
(a) व्यंजन संधि
(b) विसर्ग संधि
(c) यण संधि
(d) गुण संधि
Q7. ‘हीन – भावना’ शब्द में कौन-सा समास है?
(a) कर्मधारय
(b) अव्ययीभाव
(c) द्वंद्व
(d) बहुव्रीही
Q8. ‘उत्कर्ष’ का सही विलोम बताइए।
(a) अपकर्ष
(b) अपशय
(c) अपकार
(d) अवनति
Q9. ‘स्वावलम्बी’ शब्द के लिए प्रयुक्त सही वाक्यांश हैः
(a) स्वयं की इच्छा से सेवा करने वाला
(b) स्मरण करने योग्य
(c) जो हर प्रकार से आत्मनिर्भर हो
(d) बिना संकोच बोलने वाला
Q10. इनमें से विदेशी शब्द बताइएः
(a) राष्ट्र
(b) निरंतर
(c) व्यक्ति
(d) दौरान
Solutions
S1. Ans.(c)
Sol. ऊपर के दो चरणों में मैं, हूँ, शब्दों के कारण नाद सौन्दर्य की उपस्थिति है। छन्द नाद-सौन्दर्य की सृष्टि करता है। छन्द के द्वारा कविता में लय, तुक, गति और प्रवाह का समावेश होता है। वर्ण और शब्द के सार्थक और समुचित विन्यास से कविता में नाद-सौन्दर्य और संगीतात्मकता आ जाती है और कविता का सौन्दर्य बढ़ जाता है। यह सौन्दर्य श्रोता और पाठक के हृदय में आकर्षण पैदा कर देता है।
S2. Ans.(a)
Sol. कवि ने काव्यांश में ओज गुण का प्रयोग किया है। जिस काव्य को पढ़कर या सुनकर हृदय की भावनाएं उदीप्त हो जाती हैं और मन में उत्साह, स्फुर्ति, तेज, आवेश आदि उत्पन्न हो जाता है, उस काव्य में ‘ओज गुण’ होता है।
S3. Ans.(a)
Sol. शत्रुओं की हिम्मत तोड़ने हेतु कवि गौरववान कर रहा है।
S4. Ans.(b)
Sol. काव्यांश की अंतिम दो पंक्तियों में कवि की बहादुरी की भावना प्रकट होती है।
S5. Ans.(d)
Sol. कवि मर-मिटने का दिल में स्वर्णिम अरमान लिए है।
S6. Ans.(b)
Sol. ‘तिरस्कार‘ शब्द में विसर्ग सन्धि का प्रयोग हुआ है। इसका विच्छेद तिरः + कार = तिरस्कार होगा।
S7. Ans.(a)
Sol. ‘हीन भावना’ शब्द में कर्मधारय समास है। जहाँ पर प्रथम पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य या संज्ञा होता है, वहाँ पर कर्मधारय समास होता है।
S8. Ans.(a)
Sol. ‘उत्कर्ष’ का विलोम शब्द ‘अपकर्ष’ होता है। ‘अपकार’ का विलोम ‘उपकार’ एवं ‘अवनति’ का विलोम ‘उन्नति’ होता है।
S9. Ans.(c)
Sol. ‘स्वावलम्बी’ शब्द से तात्पर्य जो हर प्रकार से आत्मनिर्भर हो।
S10. Ans.(d)
Sol. ‘दौरान’ फारसी ( विदेशी ) भाषा का शब्द है।